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सावधान : गलती से भी न अपनाएं ये तीन आदतें, नहीं तो हो सकता है हैवी हेयर फॉल

अलग-अलग लोग अलग-अलग तरह की बालों और सिर की समस्याओं का सामना करते हैं, जो उनके हार्मोनल बिहेवियर, बनावट, स्किन कंडीशन और बालों की देखभाल के नियमों के कारण होती हैं। जिन्हें हम अपनी डेली लाइफ में अपनाते हैं। अफसोस की बात यह है कि हम कुछ बहुत ही छोटी गलतियों की वजह से ऐसी प्रॉब्लम्स को खुद ही इनवाइट कर लेते हैं। यह गलतियां काफी खतरनाक होती हैं। इन गलतियों से जो प्रॉब्लम्स आपको हो सकती हैं उनमें फ्रिज़ल, डबल एंड, टूटना और बालों में ग्रीसीनेस होना शामिल हैं।

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गीले बालों को बांधना या उनमें स्ट्रैंड्स बनने देना

 

दुनिया भर के स्किन एक्सपर्ट्स का कहना है कि गीले बालों में स्ट्रैंड्स (बालों का गुच्छा) रखने से बालों के टूटने की संभावना बढ़ जाती है। वहीं जो लोग बाल धोने या नहाने के तुरंत बाद पोनीटेल बनाना पसंद करते हैं, वे भी इसे तुरंत बंद कर दें। ऐसा करने के दौरान नम बालों की नसे खिंचती हैं और यह “ट्रैक्शन एलोपेसिया” का कारण बन सकता है। जिसे हम आम तौर पर बालों के झड़ना कहते हैं। ऐसे मामलों में हेयरलाइन फेलियर भी हो सकता है।

 

उपरोक्त गलतियों के अलावा, गीले बालों के साथ सोने से बचना चाहिए। जब तक कि धोने के बाद बाल पूरी तरह से सूख न जाएं, तब तक बिलकुल न सोएं। गीले बालों के साथ सोने से बालों के थ्रेड्स पर दबाव पड़ता है, जिससे सिर की स्किन में फंगस हो सकता है।

 

मास्क/क्रीम को सीधे जड़ पर लगाना

 

जिन लोगों के बालों में बहुत अधिक कर्ल होते हैं, वे अक्सर स्ट्रैंड्स में ड्राइनेस से जूझते हैं। उन्हें अनिवार्य रूप से ऐसे उत्पादों की आवश्यकता होती है जो बालों को बनाने के लिए कई तरह के प्रोडक्ट्स की जरूरत पड़ती है। जिसके लिए ये लोग मास्क या क्रीम को सीधे जड़ पर लगाने की कोशिश करते हैं। जिससे मास्क और क्रीम सीधे स्कैल्प पर लग जाते हैं। इससे बेहतर है कि आप जिस भी मास्क या क्रीम का इस्तेमाल करते हैं, उसे जड़ों से दो अंगुल उपर लगाया करें या फिर जहां स्ट्रैंड्स हों, वहां पर ही उसे अप्लाई करें। इससे आपके सिर में खुजली और डैंड्रफ की समस्या नहीं होगी।

 

साथ ही ध्यान दें कि आप बेहतर परिणाम के लिए कभी भी हानिकारक तत्वों वाले क्रीम और मास्क को सिर पर प्रयोग न करें। सिलिकॉन, खनिज तेल या डाई का उपयोग न करें। पहले प्रोडक्ट के इंग्रीडिएंट्स को पढ़ लें और उसके बाद ही इस्तेमाल करें। कोशिश करें कि आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों, पौधों के अर्क और प्राकृतिक खनिजों वाले प्रोडक्ट्स ही इस्तेमाल करें।

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ज्यादा फोम वाले प्रोडक्ट्स से बचें

 

शैंपू के बारे में यह एक आम धारणा है कि जब बालों और सिर की सफाई की बात आती है, तो बहुत अधिक झाग वाले प्रोडक्ट्स को पसंद किया जाता है। जबकि, सच्चाई यह है कि झाग वास्तव में सल्फेट से उत्पन्न होता है, एक ऐसा पदार्थ जो हमारे बालों के स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है। जाहिर है, यह सबसे आम गलतियों में से एक है, जो लोग अपने बालों की देखभाल करते समय करते हैं। अगली बार जब आपको शैम्पू पर खर्च करने की आवश्यकता हो,  तो सुनिश्चित करें कि यह सल्फेट-मुक्त है, क्योंकि ऐसा करने से आप सूखापन, बालों के टूटने और फ्रिज़ीनेस को रोक सकेंगे।

 

यदि आप अपने बालों को डाई करते हैं, तो प्राकृतिक रंगों की तलाश करें, जिसमें कोई हानिकारक तत्व न हों। PPD, Paraben, EDTA, Sulfates, Resorcinol, Mineral Oil, Sodium Chloride, Sodium Perborate, Hydrogen Peroxide, Synthetic Fragrance, Gluten, ammonia और इसके बाई-प्रोडक्ट्स (Ethanolamine, Diethanolamine और Triethanolamine) से मुक्त प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें।

 

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