आजकल तेरे मेरे प्यार के चर्चे हर ज़बान पर, सबको मालूम है और सबको खबर हो गई, आज भी ताजा हैं मुमताज के ये गानें
Birthday Special:
बॉलीवुड के कई किस्से और कई गानें हम अपनी जिंदगी में इस तरह शुमार कर लेते हैं, जैसे वो हमारी जिंदगी के कई बिखरे हुए मोतियों को पिरो देते हों। 60 और 70 के दशक के गानें आज भी लोगों को थिरकने पर मजबूर कर देते हैं।
गोरेरंग पे न इतना गुमान कर, हसीन दिलरुबा, माझी रे, समन तुम बेबफा, बिंदिया चमकेगी जैसे शानदार गानें शायद आज से 50 साल बाद भी फेड भी नहीं हो सकते। आपको इन गानों से अंदाजा तो लग गया होगा कि यहां बात मुमताज की हो रही है।
मुमताज 31 जुलाई को अपना 73 वां जन्मदिन मना रही हैं। मुमताज की एक खासियत थी की जब-जब वे पर्दे पर नजर आती थीं दर्शकों की दिल की धड़कनें रुक जाती थीं।
12 साल की उम्र से काम किया था शुरू
मुमताज का नाम बेहतरीन अभिनेत्रियों में गिना जाता है। उनका जन्म 31 जुलाई 1947 में मध्यम परिवार में हुआ था। परिवार में आर्थिक तंगी होने के कारण, मात्र 12 साल की उम्र में उन्होंने मनोरंजन की चौखट पर कदम रख दिया था। बता दें कि मुमताज की मां नाज़ और चाची नीलोफर पहले से ही मनोरंजन की दुनिया में थीं लेकर बड़ी आर्टिस्ट न होने के कारण दोनों ही मुमताज के लिए कोई बेहतर सुझाव न दे सकीं। घर की स्थिति को देखते हुए मुमताज़ ने कड़ी मेहनत की,और ये मेहनत जल्द रंग भी लाई और पासा पलट गया। जो फिल्ममेकर उन्हें काम देना पसंद नहीं करते थे, वो 70 के दशक में अपनी फिल्म की हीरोइन बनाने के लिए उनके घर के चक्कर लगाते थे।
इन अभिनेताओं के साथ काम कर चुकी हैं मुमताज़
एक समय था जब अभिनेत्री को फिल्में नहीं मिलती थीं। लेकिन कुछ समय बाद वक्त का पासा ऐसा पल्टा की बड़े से बड़ा अभिनेता भी उनके साथ काम करने को तैयार था। दारा सिंह, दिलीप कुमार, शम्मी कपूर, देवा नंद, संजीव कुमार, शशि कपूर, राजेश खन्ना जैसे वेटरन कलाकारों के साथ मुमताज़ ने काम किया। अभिनेत्री की फिल्म दो रास्ते (1969) की सफलता के बाद जैसे मानो फिल्मों का सैलाब आ गया हो। 70 के दशक के लगभग सभी हीरो मुमताज के साथ काम करने को बेताब थे।
फिल्मी करियर
मुमताज ने कई बड़ी फिल्में की हैं लेकिन ये कुछ खास हैं।
-: आपकी कसम
-: दो रास्ते
-: सच्चा झूठा
-:रोटी
-:दुश्मन
-: अपना देश
-: आईना
-: हमराज
-: रूप तेरा मस्ताना
-: सावन की घटा
-: जिगरी दोस्त
-: हिम्मत
-: एक नारी एक ब्रह्मचारी
-: चोर मचाये शोर
-: बूंद जो बन गए मोती
-: कठपुतली
अन्य
शादी के बाद विदेश में रहने लगीं मुमताज़
कुछ समय बाद मुमताज ने शादी करने का फैसला किया। अभिनेत्री लंदनवासी मयूर वाधवानी से साल 1974 में शादी की उसके बाद वे परिवार के साथ ब्रिटेन में बस गई।
कैंसर से थीं पीड़ित
बतौर अभिनेत्री उन्होंने शादी के बाद काम नहीं किया लेकिन उनकी तीन फिल्में शादी के बाद रिलीज हुई थीं, जिसकी शूटिंग उन्होंने शादी से पहले की थी। कुछ सालों बाद मुमताज़ मीडिया की नजरों में आईं क्योंकि मुमताज कैंसर जैसी बड़ी बीमारी से जूझ रहीं थीं। लेकिन एक्सप्रेशन के तीखे बाण से जब पूरी दुनिया ही उनके आगे झुकती थी तो कैंसर क्या चीज़ थी। उन्होंने कैंसर को मात दे अपनी जिंदगी को फिर से खुलकर जीना शुरू किया। जानकारी के मुताबिक अभी मुमताज हजारों किलोमीटर दूर लंदन में हैं। लेकिन हां उनके फैंस की विश उन्हें यहां तक जरूर ले आएगी।
पुरस्कार
अभिनेत्री को ‛राम और श्याम’ ‛आदमी और इंसान’ के लिए फिल्मफेयर बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का अवॉर्ड जीता। 1971 में ‛खिलौना’ के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का अवॉर्ड जीता। 1996 में प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फिल्म अकादमी में लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड जीता। इसके साथ ही उन्होंने कई बड़े पुरस्कार जीते हैं।