
महाराष्ट्र में टूटा 46 साल पुराना बारिश का रिकॉर्ड, 24 घंटे में 294 मिमी गिरा पानी, रेड अलर्ट जारी
मुंबई में हो रही भयानक बारिश ने 46 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा है। पूरे शहर में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। स्थिति को देखते हुए मुंबई, ठाणे, पालघर में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। राहत और बचाव के लिए महाराष्ट्र में 20 टीमें तैनात कर दी गईं हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लोगों को घर से न निकलने की अपील की है। महाराष्ट्र में हो रही तेज बारिश निसर्ग तूफान से भी ज्यादा खतरनाक दिखाई दे रही है। वहीं मुंबई के कोलाबा में पिछले 12 घंटे में 293.8 मिमी बारिश हुई है, इससे पहले 1974 में इस तरह के हालात देखे गए थे।

मुख्यमंत्री की अधिकारियों के साथ बैठक
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बीएमसी और एनडीआरएफ के अधिकारियों के साथ बैठक की है। एनडीआरएफ की टीम ने पूरी रात बचाव का काम जारी रखा। हालांकि कामकाजी दिन होने की वजह से आज भी लोग अपने घर से दफ्तर जा रहे हैं।
स्थिति को देखते हुए IMD ने ट्वीट कर जानकारी दी कि अगले 3 से 4 घंटों में मुंबई शहर और उपनगरीय इलाकों में तेज (1-2 सेमी/ प्रति घंटा) बारिश होने का अनुमान लगाया जा रहा हैं। जबकि 60 से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है। जो कि कुछ घंटों में 80 किमी प्रति घंटा पहुंच सकती है। इसके साथ ही बिजली चमकने/ बदल गरजने की भी आशंका जताई जा रही है।
बारिश का इन इलाकों में पड़ा है भारी असर
फोर्ट, चर्च गेट, मरीन ड्राइव, गिरगांव, ब्रीच कैंडी, पेडर रोड, हाजी अली जैसे इलाकों में तेज बारिश से बाढ़ जैसे स्थिति बन गई है। वहीं साउथ मुंबई के अस्पतालों में पानी भरने की खबर भी आ रही है।

तेज हवाओं से भारी क्रेन पलट गई
तेज बारिश और हवाओं से जवाहलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट में भारी भरकम क्रेन तक पलट गई। साउथ मुंबई में तेज हवाओं के चलने से खंबे भी हिलते देखे गए हैं।
लोकल ट्रेनों में फंसे यात्रियों को निकाला गया
सुरक्षा बलों की टीम ने लोकल ट्रेनों में फसे 290 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला है।
ट्रैफिक में फंसे रहे मंत्री
जानकारी के मुताबिक राज्य के सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे समेत अन्य लोग ईस्टर्न फ्रीवे पर टैफिक में करीब साढ़े तीन घंटे तक फंसे रहे। वे यहां यशवंतराव चव्हाण केंद्र में एनसीपी नेताओं के साथ बैठक में शामिल होने जा रहे थे।
पालघर में 5 साल की बच्ची समेत 22 लोगों को बचाया
महाराष्ट्र के पालघर में तेज बारिश होने के कारण बाढ़ जैसी स्थिति है। यहां 22 फंसे हुए लोगों को बचा लिया गया जिसमें 5 साल की बच्ची भी थी, जो पेड़ पर चढ़ गई थी करीब 4 घंटे बाद सभी को सुरक्षित बाहर निकाला गया।