
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी(BJP) के नेता और राज्यसभा सदस्य मालिक साहा ने आज त्रिपुरा(tripuracm) के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। मलिक साहा को आज राज्यपाल(governer) ने राजभवन में शपथ दिलाई। कहा जा रहा है कि सत्ता विरोधी लहर को दूर करने और दल के भीतर किसी भी तरह असंतोष से बचने के लिए फैसला लिया गया। आपको बता दें कि त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री विप्लव कुमार देव का इस्तीफा लेने के बाद मलिक को विधायक दल का नेता चुना गया है। विप्लव देव शनिवार को अपने इस्तीफा दे चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी ने अपने कदम के साथ ही राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में 1 नए चेहरे के साथ आगे बढ़ने की सफल रणनीति को अपनाया।
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गौरतलब है कि के इस्तीफे कुछ घंटों के बाद पार्टी का एक अपना नेता के तौर पर मलिक का चुनाव किया ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है जब बीजेपी ने विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री को बदलाव इससे पहले युवा ऐसे कई फैसले ले चुकी है। इससे पहले पार्टी ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री को बदला था और वही त्रिपुरा में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं अगर पीछे मुड़ कर देख लो बीजेपी ने 2019 के बाद गुजरात और कर्नाटक सहित पांच राज्यों के मुख्यमंत्री को बदला है।
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अगर मलिक साहब की बात करें तो और बीजेपी में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री बनने वाले क्षेत्र के पूर्वोत्तर के चौथे पूर्वी कांग्रेसी नेता है जो पहले कांग्रेस पार्टी में रह चुके हैं। इससे पहले असम के सीएम हेमंत भीष्मा और आंध्र प्रदेश के सीएम पेमा खंडू और मणिपुर के सीएम वीरेंद्र सिंह का नाम शामिल है। बता दें कि मलिक को कृपा करना है मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद विपक्ष ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है।