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सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी के केस का तीन साल बाद हुआ खुलासा
सिरसा ,हरियाणा : बात 16 मार्च 2017 की है जब सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर टेरिटोरियल आर्मी के कारपेंटर प्रदीप उर्फ पीर ने खुद को कैप्टन बता कर 4 युवकों से 12 लाख रुपये ठग लिए। 2018 मैं इस मामले की शिकायत दर्ज कराई गई थी।
2018 मेवबादशाहपुर वासी प्रवीण कुमार व प्रवीन, सीसवाला वासी सुखबिंदर, मेहंदा वासी राजेश में प्रदीप के खिलाफ उनके साथ धोखाधड़ी की बात कह कर केस दर्ज करवाया था।
घटना के तार 2017 से जुड़े है , जब ये चारो आर्मी फिजिकल टेस्ट में फैल हो गए थे। स्टेडियम के बाहर इन्हें प्रदीप मिला जिसने खुद को आर्मी में कैप्टेन बता कर इन्हें सेना में नौकरी दिलवाने का विश्वास दिलाया।
उसके बाद चारों ने उसे 3-3 लाख रुपए दिए। जब एक साल तक उनके पास कोई जोइनिंग लेटर नहीं आया तो वे सब के सब शिकायत दर्ज करवाने पहुँचे।
पीड़ित द्वारा १ साल बाद केस दर्ज करवाने से पुलिस को आरोपी को पकड़ने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लेकिन अपने प्रयासों से आखिरकार उन्होंने आरोपी को धर दबोचा।
3 साल बाद आखिरकार आरोपी प्रादेशिक सेना का कारपेंटर प्रदीप हिसार पुलिस के गिरफ्त में आ ही गया। फिलहाल आरोपी से पूछताछ जारी है । पुलिस पता लगाने में लगी हुई है कि क्या वो अकेले ही ऐसी घटना को अंजाम देता था या उसका कोई गिरोह भी है। साथ ही इन चारों के अलावा भी क्या कोई इसका शिकार बना।
आरोपी 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। आरोपी लुधियाना के नूरपुर का रहने वाला है।
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