विश्व बैंक देगा पाकिस्तान को 80 करोड़ डॉलर का कर्ज
पाकिस्तान की आर्थिक हालात किसी से छुपे नहीं हैं. हर कोई जनता है कि पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है. पाकिस्तान के ऊपर करोड़ों का कर्ज है. अपने देश की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए वह कई देशों से कर्ज मांगता रहता है. पाकिस्तान की आर्थिक मदद करने के लिए विश्व बैंक ने मदद का हाथ आगे बढ़ाया है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी कई बार दुनिया के सामने कंगाली का रोना रो चुके हैं. पाकिस्तान की आर्थिक मदद करने के लिए विश्व बैंक ने मदद का हाथ आगे बढ़ाया है.
विश्व बैंक ने पाकिस्तान को 80 करोड़ डॉलर (करीब 59.39 अरब भारतीय रुपए) का कर्ज देने का वादा किया है. पाकिस्तान 1950 से वर्ल्ड बैंक का सदस्य है. 1950 से लेकर अब तक विश्व बैंक 40 अरब डॉलर से ज्यादा का कर्ज दे चुका है.
ये कर्ज पाकिस्तान में दो परियोजनाओं किफायती और स्वच्छ ऊर्जा कार्यक्रम और तेज विकास के लिए सुरक्षित मानव निवेश के लिए दिया जा रहा है.
खबरों के मुताबिक, विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशक मंडल ने पाकिस्तान में किफायती और स्वच्छ ऊर्जा कार्यक्रम Affordable and Clean Energy (PACE) और सुरक्षित मानव निवेश Securing Human Investments to Foster Transformation (SHIFT II) के लिए यह कर्ज मंजूर किया है. दोनों कार्यक्रमों के लिए 400-400 मिलियन डॉलर का कर्ज दिया गया है.
पेस प्रोग्राम के लीडर रिकार्ड लिड ने कहा कि इस कर्ज से देश की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए पाकिस्तान के पावर सेक्टर में सुधार होना बहुत जरूरी है.
पाकिस्तान में बिजली वितरण की व्यवस्था भी सही नहीं है. इस कर्ज से बिजली क्षेत्र में सुधार होगा.
विश्व बैंक की टास्क टीम की लीडर तज़ीन फ़सीह ने कहा कि इस प्रोग्राम से स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार होगा. गरीबों के लिए रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होंगे.