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मंदिरो में जाकर मदद कर रहे है ओवैशी, बदलाव की बयार नए राजनैतिक समीकरण का इशारा तो नहीं ?

हमेशा अपने धर्म का नारा लगाने वाले डंके की चोट पर धर्म को प्रोमोट करने वाले आज धर्म के बिल्कुल उलट राहत सामग्री बांट रहे हैं

राशन ही नहीं सत्ता की खिचड़ी भी पक रही है, मंदिर में छोटे ओवैसी तो मस्जिद में राजा सिंह बांट रहे हैं राहत सामग्री.

हैदराबाद में खास तौर पर अकबरुद्दीन ओवैसी मुस्लिम समुदाय के तरफ से पहचान माने जाते हैं.  वहीं राजा सिंह हिंदुत्व का चेहरा कहलाते हैं. दोनों ही अपने धर्म के विशेष राजनीति के मुद्दे पर काम करते हैं. लेकिन ये बात तो सत प्रतिशत सत्य है, कि अगर धारा उल्टी बहे तो वह केवल सत्ता की धारा ही सकती है.

दोनों ही अपने धर्म के उलट जरूरतमंदों की मदद करते दिखाई दिए हैं. अकबरुद्दीन ओवैसी एक तरफ मंदिर में राहत सामग्री देते दिखे हैं तो दूसरी तरह गोशामहल क्षेत्र के विधायक राजा सिंह मस्जिद में मुस्लिम समुदाय को मदद करते पाए गए हैं.
बता दें कि पुराना हैदराबाद अपनी बदहाली के लिए पहले ही परेशान था, कि कोरोना  संकट के कारण वहां और भी स्थिति बिगड़ गई. अकबरुद्दीन ओवैसी वहीं चंद्रयान गुट्टा से विधायक हैं और राजा सिंह गोशामहल क्षेत्र से विधायक हैं. इसलिए कोरोना काम में अपने क्षेत्र के अलावा भी वे मदद करने में लगे हैं. वैसे तो दोनों अपने विवादित बनायों ने हमेशा ही चाचाओं में रहते हैं. चर्चा में तो अभी भी हैं बस इस बार चर्चा का विषय बदल गया है.

बता दें कि राजा सिंह मंगलघाट की मस्जिदों का दौर करने में व्यस्त हैं. इस दौरान वे खाने के पैक भी बांटते हैं. वह हर रोज 6 मस्जिदों में 2 वक़्त का खाना पहुंचवाते हैं. इतना ही नहीं राजा सिंह 26 मार्च से साढ़े तीन हजार लोगों को खाना बांटते हैं, जिसके लिए उन्होंने 50 कर्मचारियों की टीम भी बना रखी है. यहां तक कि राजा सिंह दावा भी कर रहे हैं कि इस आपातकाल जैसी स्थिति में 3 फोर व्हीलर गाड़ियां भी काम में लगा रखी हैं.

वहीं अकबरुद्दीन ओवैसी  ने भी मदद का हांथ बढ़ाया है. वह सभी जरुरतमंदो को राशन किट बांट रहे हैं.  अभी तक वे 80 हजार लोगों की राशन किट बांट चुके हैं. राशन किट में दाल, चावल, इमली, खाद्य तेल शामिल है.
खास तौर पर वे हिन्दू बस्तियों में जाकर राशन किट दे रहे हैं.
इतना ही नहीं अकबरुद्दीन ओवैसी  ने अपने क्षेत्र में आने वाले पुलिस स्टेशन में 200 मास्क और 10 लीटर सैनेटाइजर भी पहुंचाने का काम किया है. साथ ही सोशल मीडिया रिपोर्टर, पत्रकार और स्टिंगर को राशन किट और एक हजार रुपये की आर्थिक मदद  देने का दावा किया है.
AIMIM (The All India Majlis-e-Ittehad-ul-Muslimeen ) की तरफ से दावा किया गया है कि अकबरुद्दीन ओवैसी दोनों की पक्षों को राशन विवरण करेंगे.

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