
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सराहनीय पहल, त्रासदी और गैस लीक पीड़ितों के लिए तैयार किए जाएंगे विशेष अस्पताल ….
दिल्ली : भोपाल गैस त्रासदी या कानपुर अमोनिया गैस लीक जैसे हादसा पीड़ितों के लिए झज्जर और चेन्नई में दो अस्पताल बनाए जाएंगे। पीड़ितों को उच्च विशेषज्ञता वाले चिकित्सा केंद्रों पर इलाज मिलेगा।
बताया जा रहा है कि, झज्जर और चेन्नई में यह केंद्र बनाने का प्रस्ताव केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने तैयार किया है। यहां रासायनिक, जैविक, रेडियोधर्मी और परमाणु दुर्घटना या हमले के पीड़ितों को विशेषज्ञों से इलाज मिलेगा। बता दें कि, रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल और परमाणु यानि सीबीआरएन केंद्र, झज्जर में एम्स परिसर और चेन्नई के स्टेनले मेडिकल कॉलेज में बनाए जाएंगे।
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वहीं इसकी प्रोजेक्ट रिपोर्ट एचएलएल इन्फ्रा टेक सर्विसेज ने स्वास्थ्य और रक्षा मंत्रालय और परमाणु ऊर्जा विभाग और भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र जैसे अन्य संस्थानों से सलाह करके बनाई है। बताया जा रहा है कि, इसमें लगभग 230 करोड़ की लागत आएगी। दोनों में 50-50 बेड की सुविधा होगी। इनमें से 16 बेड आईसीयू, 20 आइसोलेशन और 10 बेड प्री और पोस्ट ऑपरेशन रूम के लिए होंगे। 4 बेड बोन-मैरो ट्रांसप्लांट केंद्र के लिए रखे जाएंगे।
सभी केंद्रों पर एंबुलेंस सेवा होगी। पीड़ितों को संक्रमण मुक्त करने के लिए गर्म, ठंडे व रासायनिक स्नान की सुविधा मिलेगी। मंत्रालय ने बताया कि, 7 सीबीआरएन चिकित्सा प्रबंधन केंद्र भी यूपी, झारखंड, राजस्थान, गुजरात और तमिलनाडु में बनेंगे। खास बात ये कि, ये केन्द्र परमाणु ऊर्जा संयंत्रों और प्रमुख शहरों के पास बनाए जाएंगे जो औद्योगिक हादसे या आतंकी हमले की जद में माने जा रहे हैं।