फिर गर्व करने का मौका, 31 अगस्त तक तैयार हो जाएगा अटल टनल
10 हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर निर्मित यह विश्व की सबसे लंबी और अत्याधुनिक ट्रैफिक टनल होगी (अटल सुरंग) इसके साथ ही सीसीटीवी कैमरे और लाइट सेविंग सेंसर सिस्टम और प्रदूषण प्रबंधन के लिए सेविंग सिस्टम, ऑक्सीजन लेवल को स्थिर रखने के लिए हाई कैपेसिटी विंड टरबाइन सिस्टम स्थापित किया गया है।
देश को फिर एक बार गर्व करने का मौका मिलने जा रहा है। 31 अगस्त तक अटल टनल का काम पूरा हो जाएगा। BRO के साथ सरकार ने तैयारी पूरी करने की रफ्तार बढ़ा दी है। सुरंग के भीतरी हिस्से के काम को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सुरंग का काम सम्पन्न होने का लक्ष्य 31 अगस्त रखा है। वहीं 1 सितंबर से सफाई काम शुरू हो जाएगा। हालांकि काम पूरा होने की यह तारीख खुद निरीक्षण करने पहुंचे बीआरओ के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने दी है।
अटल सुरंग सर्वाधिक ऊंचाई और विश्व की आधुनिकतम यातायात सुरंगो में शुमार होने जा रही है। इस सुरंग की विशेषता बताए तो यह हिमालय की पीर पंजाल रेंज में 10 हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर निर्मित यह विश्व की सबसे लंबी और अत्याधुनिक ट्रैफिक टनल होगी।
इस सुरंग के साथ ही आपातकालीन सुरंग भी तैयार की है। जबकि मुख्य टनल में फिनिशिंग का काम जारी है साथ ही स्नो फॉल को रोकने के लिए स्नो गैलरियों के साथ मनाली की तरफ साउथ पोर्टल और नॉर्थ पोर्टल पर टारिंग का काम चल रहा है। संभावना जताई जा रही है कि 20 सितंबर तक टनल के उद्घाटन की तैयारी हो जाएगी।
अटल बिहारी वाजपेयी की याद में (अटल टनल)
इस सुरंग का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में बीते वर्ष अटल रोहतांग सुरंग रखा गया था।
सुरंग में और क्या खास है
8.8 किलोमीटर लंबी सुरंग बाहर से जितनी मजबूत है उतनी अंदर से भी सुरक्षित और सुविधाजनक है। इसके साथ ही अंदर सीसीटीवी कैमरे और लाइट सेविंग सेंसर सिस्टम और प्रदूषण प्रबंधन के लिए सेविंग सिस्टम, ऑक्सीजन लेवल को स्थिर रखने के लिए हाई कैपेसिटी विंड टरबाइन सिस्टम स्थापित किया है। साथ ही अग्निशमन यंत्र और कम्यूनिकेटर लगाए गए हैं। साथ ही किसी भी घटना की स्थिति होने पर आपातकालीन सुरंग भी बनाई गई है।