कांग्रेस अध्यक्ष बनने वाले 14 नेता जो नेहरु-गांधी परिवार से नहीं हैं
पहली बार नहीं जब गांधी परिवार के बाहर का कांग्रेस सदस्य चुना जा रहा हो। जवाहरलाल नेहरू से इंदिरा गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बीच 7 बार गैर नेहरू-गांधी अध्यक्ष बनाए गए। 1952 के शुरुआती लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के पास कोई मजबूत विकल्प नहीं था। वहीं 1975 में आपातकाल लगने के बाद कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था। इस समय कांग्रेस की सीटें सिमट के 153 रह गईं थीं। 1977 में देवकांत बरुआ कांग्रेस के अध्यक्ष बने। चुनवीं हार देखने के बाद फिर इंदिरा गांधी अध्यक्ष बनीं। 1980 के चुनाव में 351 सीटें जीत कर सरकार बनाई।
31 अक्टूबर 1984 को इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गई। उसके बाद 1985 में राजीव गांधी ने पार्टी का नेतृत्व किया। बोफोर्स जैसे मामले सामने आने के बाद 1989 के चुनावों से कांग्रेस को बाहर का रास्ता देखना पड़ा। वहीं 1991 में 10वीं लोकसभा चुनाव के दौरान राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी। 1991 में पीवी नरसिम्हा राव प्रधानमंत्री बने साथ ही उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष भी बनाया गया। 1996 में कांग्रेस को हराकर बीजेपी सत्ता में आई। उस समय सीताराम केसरी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था। 1998 में कांग्रेस की हार के बाद सीताराम केसरी को पद से हटा दिया गया था। उसके बाद सोनिया गांधी ने अध्यक्ष पद संभाला और गठबंधन की सरकार बनाई( 2004)
यह भी जानें
आचार्य कृपलानी-
● आचार्य कृपलानी- आजादी के बाद, पहले कांग्रेस के अध्यक्ष आचार्य कृपलानी थे।
सीतारमैया-
● सीतारमैया -1948 के अधिवेशन में सीतारमैया कांग्रेस के अध्यक्ष बने। वह 1950 तक पार्टी के अध्यक्ष रहे थे।
पुरुषोत्तम दास टंडन-
● पुरुषोत्तम दास टंडन – 1950 में आचार्य कृपलानी को हराकर टंडन कांग्रेस के अध्यक्ष बने। उन्होंने 1951 में अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया। 1952 में इलाहाबाद से लोकसभा चुनाव जीत गवर्नर बने।
जवाहरलाल नेहरु-
● जवाहरलाल नेहरु – 5 सालों तक नेहरू ने कांग्रेस के अध्यक्ष की कमान संभाली थी।
उछंगराय नवलशंकर ढेबर-
● उछंगराय नवलशंकर ढेबर – का नाम बड़े नेताओं में शमिल है। वे कांग्रेस के पांचवे अध्यक्ष थे। साथ ही SST आयोग के चेयरमैन भी थे।
इंदिरा गांधी-
● इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री के साथ अध्यक्ष पद को भी संभाल था। इंदिरा गांधी दो बार अध्यक्ष बनीं। पहली बार 1959 और दूसरी बार 1978 ( आपातकाल के बाद)
नीलम संजीव रेड्डी-
● राष्ट्रपति बनने से पहले नीलम संजीव रेड्डी ने 1960 से 1964 तक कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर भी रहे।
कामराज-
● कामराज – 60 की दशक में ‘किंगमेकर’ कहे जाने वाले वाले कामराज 1964 से 1967 तक कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर रहे
निजलिंगप्पा-
● निजलिंगप्पा – 1967 की कांग्रेस की हार के बाद निजलिंगप्पा ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद की कमान संभाली थी।
पी मेहुल-
● पी मेहुल – 1969 से 1970 तक कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर रहे
बाबू जगजीवन राम-
● बाबू जगजीवन राम – 1970 से 1972 तक कांग्रेस के अध्यक्ष पद की कमान संभाली थी। यह कांग्रेस के 11 वें अध्यक्ष थे।
शंकर दयाल शर्मा-
● शंकर दयाल शर्मा – भारत के नौवें राष्ट्रपति बनने से पहले उन्होंने कांग्रेस का अध्यक्ष पद संभाला।
देवकांत बरुआ-
● देवकांत बरुआ -देवकांत बरुआ उस समय अध्यक्ष बने जब देश में आपातकाल था।
राजीव गांधी –
● राजीव गांधी – मां के निधन के बाद राजीव गांधी ने पार्टी का नेतृत्व किया। राजीव गांधी, तीसरे गांधी परिवार के अध्यक्ष बने थे। उन्होंने 1985 से लेकर 1991 तक कांग्रेस का अध्यक्ष पद संभाला
कमलापति त्रिपाठी-
● कमलापति त्रिपाठी – 1992 में कमलापति त्रिपाठी कांग्रेस के अध्यक्ष बने। कमलानाथ त्रिपाठी यूपी से थे, वे दो बार रेल मंत्री भी रह चुके थे।
नरसिम्हा राव–
● नरसिम्हा राव – प्रधानमंत्री के साथ- साथ उन्होंने कांग्रेस का अध्यक्ष पद भी संभाल। आर्थिक स्थिति में बदलाव के लिए भी नरसिम्हा राव को जाना जाता है।
सीताराम केसरी-
● सीताराम केसरी – नरसिम्हा राव के इस्तीफा देने के बाद सीताराम केसरी को अध्यक्ष बनाया गया था। केसरी को कांग्रेस से निकाला जाना, इस घटना की राजनीति में सबसे बड़े विवादों में गिनती की जाती है।
सोनिया गांधी-
● सोनिया गांधी – सबसे लंबे समय तक गांधी परिवार की अध्यक्ष रहने वाली सोनिया गांधी थीं। उन्होंने 17 साल पार्टी की अध्यक्षता की। 2014 में BJP से करारी हार के बाद नेतृत्व में बदलाव किया गया और युवा राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाया गया।
राहुल गांधी-
● राहुल गांधी – राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस 2019 के लोकसभा चुनाव बुरी तरह हारी। हार की जिम्मेदारी खुद लेते हुए राहुल गांधी ने अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया। कोई विकल्प न होने पर सोनिया गांधी ने फिर अध्यक्ष पद की कमान संभाली, लेकिन अब लगातार कांग्रेस नेता सोनिया गांधी को चिट्ठी लिख पार्टी में बदलाव की मांग कर रहे हैं।