
देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति महिला की कुछ खास बातें…
नई दिल्लीः देश को आज द्रौपदी मुर्मू के रूप में 15वां राष्ट्रपति मिल गया है| द्रौपदी मुर्मू को आज सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमण ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई | राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद महामहिम द्रौपदी मुर्मू को 21 तोपों की सलामी दी गयी | 1977 से देश के राष्ट्रपति 25 जुलाई को ही शपथ ग्रहण करते आ रहे हैं |
Breaking: भारत की 15वीं राष्ट्रपति बनीं द्रौपदी मुर्मू, CJI एनवी रमण ने दिलाई शपथ
आइए जानते हैं, द्रौपदी मुर्मू की शपथ से जुड़ी कुछ खास बातें…..
1. नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शपथ लेने से पहले राजघाट गयी जहाँ उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की| इसके बाद वह राष्ट्रपति भवन पहुंची, जहां निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनकी अगवानी की|
2. राष्ट्रपति भवन में गार्ड ऑफ ऑनर के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अंगरक्षक दस्ते के साथ संसद भवन रवाना हुए | मुर्मू को भारत की 15वीं राष्ट्रपति के रूप में शपथ दिलाई गयी और उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गयी |
3.समारोह में उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के चेयरमैन एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, मंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री और विभिन्न देशों के राजदूत, संसद सदस्य और प्रमुख सैन्य व असैन्य अधिकारी मौजूद रहे |
4. शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए द्रौपदी मुर्मू की बेटी बैंक अधिकारी इतिश्री और दामाद गणेश हेमब्रम भी दिल्ली पहुंचे| मुर्मू के भाई तारिनसेन टुडू और भाभी सुकरी टुडू उनके लिए संथाली साड़ी और आदिवासियों की पारंपरिक मिठाई लाई |
5. देश में राष्ट्रपति पिछले पांच दशक से 25 जुलाई को ही शपथ ग्रहण करते आ रहे है | भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने 26 जनवरी 1950 को शपथ ली थी| उनके बाद सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने 13 मई 1962 को और जाकिर हुसैन व फखरुद्दीन अली अहमद ने भी अलग तारीख पर शपथ ली | इसके बाद लगातार 1977 से सब 25 जुलाई को ही शपथ ले रहे है |
6. 64 वर्षीय द्रौपदी मुर्मू ने विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराकर भारी मतों के अंतर से राष्ट्रपति चुनाव जीता है|