
उत्तर प्रदेश : अयोध्या के 84 कोसी परिक्रमा मार्ग को केंद्र ने घोषित किया राष्ट्रीय राजमार्ग
उत्तर प्रदेश : अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा मार्ग को केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित कर दिया है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट के माध्यम से ये जानकारी दी। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी कि अयोध्या में करीब 80 किमी की रिंग रोड और 275 किमी की अयोध्या चौरासी कोस की परिक्रमा का मार्ग नेशनल हाइवे बनाया जायेगा। देश और विदेश के पर्यटक अयोध्या में 84 कोस परिक्रमा फोरलेन मार्ग से कर सकेंगे।
यह चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग 275.35 किलोमीटर तक पांच जिलों में फैला है, जो अयोध्या, आंबेडकर नगर, बाराबंकी समेत गोंडा जिला तक आता है। चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग की परिस्थिति काफी खराब है। परिक्रमा करने वाले लोगों को नदी नाव से पार करना पड़ता है। 84 कोसी परिक्रमा मार्ग पर अलियाबाद, नियामत गंज, बारिन बाग, समेत बहुत कस्बे आते हैं। गोंडा, रायबरेली, अयोध्या, सुलतानपुर के लोग सीधे राष्ट्रीय राजमार्ग बनने से जुड़ जाएंगे।
पांच जिलों से होकर 84 कोसी परिक्रमा मार्ग गुजरता है। 84 कोसी परिक्रमा यात्रा अयोध्या, अंबेडकर नगर से पटरंगा होकर बाराबंकी के अलियाबाद, नियामतगंज से बारिनबाग होते हुए घाघरा सरयू नदी के तट के मुर्तियनघाट से आगे गोंडा जिले में चरसड़ी तटबंध और गोंडा में राजापुर, बाबा सुमिरनदास कुटी होते हुए ऋषि नरहरदास की कुटी से होते हुए पकरीबाद गोहानी से रामनगर चौराहा तक पहुंचती है।
गोंडा जिले के तुलसीपुर को जोड़ते हुए कल्यानपुर से आगे बढ़ते हुए जिला बस्ती में प्रवेश करती है, जहां मखौड़ा धाम, नेदुला कोहराया होते हुए केनौना छावनी के बाद जानकी रोड़ से विश्वेश्वरगंज के बाद अयोध्या पहुंचती है।अयोध्या जिले के नदी के उस पार के गांव माझा रायपुर, परसावल, कमियार, बांसगांव, असवा, टिकरी, ढेमा के लोगों को आने जाने का नया रास्ता मिल जाएगा।
अयोध्या के 84 कोस की परिक्रमा मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषणा पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करके खुशी जताई। सीएम योगी ने ट्वीट में लिखा है कि ‘चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग’ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और नेतृत्व में राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने को लेकर अधिसूचना जारी करना अयोध्या के पुरातन गौरव की पुनर्स्थापना को बढ़ाया है। इससे आध्यात्मिक पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।