India Rise Special

राष्ट्रपति पद के लिए बिहार से उम्मीदवार यशवंत सिन्हा, जानिए उनसे जुड़ी कुछ खास बातें….

पटना : विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में आने वाले भारत के शीर्ष संवैधानिक पद राष्‍ट्रपति के चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई है. काफी वर्षों बाद बिहार के उम्मीदवार का संयोग बना है. आपको बता दे की भारत के पहले राष्‍ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद बिहार के ही सिवान (तब के सारण) जिले के जिरादेई के रहने वाले थे। वही इस बार विपक्ष से यशवंत सिन्‍हा(Yashwant Sinha) को राष्‍ट्रपति पद के लिए उम्‍मीदवार बनाए जाने की घोषणा की गई है। आपको बता दे की यशवंत सिन्हा एक लम्बे समय तक बीजेपी से जुड़े रहे है. अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की सरकार में अहम मंत्रालयों की जिम्‍मेदारी संभाल चुके हैं। उनके खिलाफ एनडीए की तरफ से ओडिशा की रहने वाली द्रौपदी मुर्मू(Draupadi Murmu) को उम्‍मीदवार बनाया गया है।

ये भी पढ़े :-  दिल्ली में बनने जा रहा देश का पहला ई-कचरा ईको पार्क, जानिए क्या कुछ होगा ख़ास ?

 यशवंत सिन्‍हा से जुडी कुछ ख़ास बातें

फिलहाल राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्‍हा ममता बनर्जी(Mamata Banerjee)की पार्टी तृणमूल कांग्रेस से जुड़े हुए है. यशवंत सिन्‍हा के पुत्र जयंत सिन्‍हा वर्तमान समय में भाजपा से सांसद हैं। यशवंत सिन्‍हा को झारखंड के हजारीबाग के निवासी है। वह हजारीबाग से सांसद भी रह चुके हैं, जहां से फिलहाल उनके ही पुत्र प्रत‍िनिध‍ित्‍व कर रहे हैं। यह बात बहुत से लोगों को पता ही नहीं है कि यशवंत सिन्‍हा मूल तौर पर बिहार के रहने वाले हैं। उनका जन्‍म बक्‍सर जिले में हुआ था। बाद में उनका परिवार हजारीबाग शिफ्ट कर गया। तब बक्‍सर और हजारीबाग दोनों ही शहर बिहार का हिस्‍सा हुआ करते थे। अव‍िभाजित बिहार में ही यशवंत सिन्‍हा का राजनीतिक जीवन शुरू हुआ। संभवत: 2020 के अगस्‍त महीने में यशवंत सिन्‍हा आखिरी बार बक्‍सर आए थे।

ये भी पढ़े :- विश्व योग दिवस पर प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने ट्रांसजेंडर्स के साथ किया योगाभ्यास, सम्मान पाकर हुए खुश…

भारतीय प्रशासन‍िक सेवा के अधिकारी पद का पदभार संभाल चुके है यशवंत सिन्हा 

भारतीय प्रशासन‍िक सेवा के अधिकारी पद का पदभार संभाल चुके है यशवंत सिन्हा. प्रशासनिक अफसर के तौर पर वे कर्पूरी ठाकुर के निजी सचिव बने। यदि इनके राजनीतिक कैरियर पर गौर करें तो यशवंत सिन्हा  बिहार में समाजवादी दलों के साथ हुई। उन्‍होंने जनता पार्टी के साथ राजनीति में कदम रखा। वे राज्‍यसभा के लिए चुने गए और प्रधानमंत्री चंद्रशेखर सिंह की सरकार में मंत्री बने। बाद में वे भाजपा से जुड़े और हजारीबाग से चुनाव जीतकर बिहार विधानसभा में पहुंचे। तत्‍कालीन मुख्‍यमंत्री लालू यादव के खिलाफ मोर्चा लेने वाले चंद नेताओं में वे हमेशा आगे रहे।

 

 

Follow Us
Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
%d bloggers like this: