
PGT क्या होता है, यहां जानें पूरी जानकारी
TGT करने के लिए आपको किसी भी विषय में ग्रेजुएट होना जरूरी है। यदि आप आगे जाकर Math विषय को पढ़ना चाहते ए तो आपको अपनी ग्रेजुएशन मैथ्स विषय में पूरी होनी चाहिए। ग्रेजुएट करने के बाद आपको बीएड करना है। जब आप बीएड को पास कर देते है तो आपने TGT यानी Trained Graduate Teacher पूरा कर लिया है।

PGT करने के लिए आपको किसी भी अपने विषय में पोस्ट ग्रेजुएट होना जरूरी है बाद में आपको बीएड करना होगा। जब आप पोस्ट ग्रेजुएट और बीएड दोनों की डिग्री हासिल कर लेते है तो आप एक PGT यानी POST GRADUATE TEACHER बन गए।TGT करने के लिए आपको सबसे पहले एक सब्जेक्ट में ग्रेजुएट होना बहुत ही जरुरी है जैसे की मान लीजिये आपको आगे चलकर इंग्लिश सब्जेक्ट को पढ़ाना है तो आप उसी सब्जेक्ट से ग्रेजुएशन को पूरी करें और इसके बाद आपको बीएड कोर्स को भी कम्पलीट करना होगा, तभी आप एक Trained graduate teacher बन पायंगे।
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TGT और PGT के लिए पात्रता क्या है?
TGT और PGT के लिए Eligibility की जानकारी नीचे दी गई है। TGT और PGT की परीक्षा देने के लिए आपको आपके विषय में ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट, बीएड की डिग्री और Ctet का प्रमाणपत्र होना चाहिए। TGT परीक्षा देने के बाद जब आप टीचिंग के लिए जाते है तो आप सिर्फ 6 से लेकर 10वी कक्षा तक ही पढ़ा सकते है। यदि आपने PGT बने है तो आप 10th क्लास से लेकर 12th तक के बच्चो को पढ़ा सकते है।
TGT व PGT की एग्जाम देने के लिए Eligibility
सरकारी टीचर बनने के लिए, सरकार के द्वारा TGT व PGT की एग्जाम दिलवायी जाती है जिसके तहत आपको क्लास 6 से 10 तक के बच्चो को पढाने के लिए TGT की एग्जाम देनी पड़ती है व क्लास 11th से 12th तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए पीजीटी की एग्जाम देनी होती है
TGT व PGT की एग्जाम देने के लिए, आपके पास ग्रेजुएशन डिग्री, पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री और बीएड की डिग्री होनी ही चाहिए तभी आप TGT व PGT की एग्जाम दे पायंगे
अगर हम इसके एग्जाम पैटर्न के बारें में बात करें तो इसका एग्जाम पैटर्न दो पार्ट में करवाया जाता है, लेकिन इन दोनों पार्ट की एग्जाम एक ही दिन में होती है जिसमे आपके सिलेबस में हिंदी, इंग्लिश, जनरल नॉलेज, मैथ और रीजनिंग आती है।
PGT परीक्षा
यह परीक्षा दो भागों में पूरी होती है।
1- लिखित
2- साक्षात्कार
इसकी लिखित परीक्षा में आपके विषय से संबंधित 125 प्रश्न पूछे जाते हैं। ये सभी बहु-विकल्पीय प्रश्न होते है। ये एग्जाम 425 अंको का होता है। इसमे 2 घंटे का समय दिया जाता है।
साक्षात्कार बेशक कम नंबरो का होता है, लेकिन इसमें भी पास होना जरूरी होता है। नौकरी के लिए अंतिम मेरिट लिस्ट दोनों के नंबरो को जोड़कर बनाई जाती है।
टेस्ट और इंटरव्यू दोनों पास करने के बाद जिन लोगों का चयन इस जॉब के लिए हो जाता है। इसके बाद इनके document verification होते हैं। ये प्रक्रिया हो जाने के बाद नौकरी पक्की तरह से लग जाती है। उम्मीदवार के लिए जॉइनिंग लैटर तैयार हो जाता है। government job के लिए स्टेज बाई स्टेज प्रोसेस बनाये गए हैं। इन सबको फॉलो करना आवश्यक होता है। तभी सरकारी नौकरी मिलती है।
सभी राज्य सरकार इन वेकैंसी को भरने के लिए राज्य स्तरीय परीक्षा आयोजित करवाती है। केंद्रीय विद्यालयों में इनकी कमी को पूरा करने के लिए भारत सरकार केंद्रीय स्तर से भर्तियां निकालती है। योग्य उम्मीदवार दोनों जगह अप्लाई कर सकते हैं।
TGT And PGT परीक्षा का पैटर्न दूसरे एग्जाम की तरह होता है जिसमे सबसे पहले लेखन परीक्षा और बाद में इंटरव्यू लिया जाता है। लेखन परीक्षा में भी दो पार्ट होते है। जिसमे सबसे पहले पार्ट में जनरल अंग्रेजी और जनरल हिंदी के पार्ट होते है। जबकि दूसरे पार्ट में General Knowledge & Current Affairs, Reasoning Ability, Computer Literacy, Pedagogy होते है।
लेखन परीक्षा पूरी होने के बाद उम्मीवारों का इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। जो 60 मार्क्स का होगा है। लेखन और इंटरव्यू के बाद सभी उम्मीदवारों का एक Merit List आता है, बाद म उनका चयन किया जाता है।
इसमे apply करने वाला विद्यार्थी कम से कम 21 वर्ष तथा ज्यादा से ज्यादा 40 वर्ष का होना चाहिए। जो आरक्षित श्रेणी में आते हैं, उन्हें आयु में छूट देने का प्रावधान है।
Subject
इसके सभी विषय अलग – अलग होते हैं। जिस subject से पोस्ट ग्रेजुएशन किया जाता है। उसी से पीजीटी की जाती है।
हिंदी (Hindi)
अंग्रेजी (English)
गणित (Math)
कला (Drawing)
PGT Teacher बनने बाद आप आसानी से Rs. 60,000/-( New Recruits) To Rs.1,15,000/- (Senior Most) की सेलरी पा सकते है। यह सेलरी आपको 7वे पगार पंच के मुजब आपको दी जाएगी।