
MP: बाढ़ से जन जीवन अस्त-व्यस्त और सरकार मना रही अन्न उत्सव- पूर्व CM कमलनाथ
MP: मध्यप्रदेश में इस वक्त मॉनसूनी आफत अपना कहर भरपा रही हैं। एमपी के कई गांवो में बाढ़ जैसे हालात है लोग अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने को मजबूर हैं।
ऐसे में राज्य (MP) में शनिवार को प्रदेश सरकार अन्न उत्सव का आयोजन करने जा रही है। इसको लेकर एमपी में विपक्ष सरकार को घेरने के लिए तैयार है। प्रदेश के पूर्व सीएम कमल नाथ ने बीजेपी सरकार पर कथनी और करनी में अंतर का आरोप मढ रहीं है। कमलनाथ ने कहा कि राज्य में इस वक्त कई जिलों में बाढ़ से जीवन अस्त-व्यस्त हैं और सरकार अन्न उत्सव मना रहीं है।
1000 से ज्यादा गांव बाढ़ से प्रभावित
बता दें कि मध्यप्रदेश में मानसून अपना तांडव दिखा रहा है राज्य के 1000 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हैं इतना ही नहीं बाढ़ से लोगों को जान भी गवानी पड़ी है।
गांवों में हजारों हेक्टेयर क्षेत्र में लगी खरीफ की फसलें बर्बाद हो गईं हैं। जबकि गांवों में कई मकान टूट गए हैं और ग्रामीणों के पास के घरों में खाने का सामान तक नहीं है।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि एमपी में आई बाढ़ से न सिर्फ राज्य बल्कि पूरा देश परेशान है। कमलनाथ ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार को को लोगों के रहने, खाने-पीने की व्यवस्था, स्वास्थ्य और आधारभूत संरचनाओं के पुनर्निर्माण की ओर ध्यान देना चाहिए, लेकिन राज्य में तो उत्सव मनाने के लिए लोगों को आमंत्रण पत्र दिए जा रहें है।
आपदा के बीच राशन वितरण उत्सव
बताते चले कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पिछले दिनों अपने सभी कार्यक्रम राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा करने के लिए निरस्त कर दिए थे, लेकिन आपदा के बीच इस तरह से राशन वितरण का त्यौहार मानने पर विपक्ष सरकार पर लगातार निशाना साध रहीं है। कमलनाथ ने कहा सरकार यह काम सादगी से भी कर सकती है।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य सरकार से बाढ़ की चपेट में आए लोगों के लिए अनाज, पीने का साफ पानी, रहने का सुरक्षित स्थान, मेडिकल सुविधाओं समेत सभी आवश्यक सेवाओं की व्यवस्थाओं की मांग की।
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