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क्या होता डी. एल. एड. , कोर्स करने का क्या है फायदा 

डी. एल. एड.  प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक बनने हेतु एक कोर्स है, जिसका संचालन और दिशा- निर्देशन एनसीआरटी के द्वारा किया जाता है, यह एक दो वर्षीय पाठ्यक्रम है, इस कोर्स को चार समेस्टर में विभाजित किया गया है, प्रत्येक समेस्टर की अवधि छ: महीने है .प्रत्येक वर्ष डीएलएड (d.el.ed) प्रशिक्षण परीक्षा नियामक प्राधिकारी प्रयागराज (इलाहाबाद) उत्तर प्रदेश के द्वारा कोर्स में प्रवेश हेतु अधिसूचना जारी की जाती है, इसमें निर्धारित समय अवधि में आपको आवेदन करना होता है, अंतिम तिथि के उपरांत परीक्षा नियामक के द्वारा मेरिट लिस्ट जारी की जाती है, सभी आवेदक अपनी मेरिट को वेबसाइट की सहायता से देख सकते है |

कुछ समय के बाद परीक्षा नियामक के द्वारा कॉउंसलिंग कराई जाती है, इसमें पहले से निर्धारित मेरिट तक की छात्रों को प्रतिभाग करने का अवसर प्रदान किया जाता है | यदि प्रथम मेरिट में सभी सीटें नहीं भर पाती है, तो दूसरी तथा तीसरी कॉउंसलिंग का आयोजन किया जाता है |

कॉउंसलिंग के बाद सभी छात्रों को मेरिट के अनुसार कॉलेज का आवंटित किया जाता है, अब सभी छात्र अपने- अपने कॉलेज में आवश्यक डॉक्यूमेंट लेकर प्रवेश प्राप्त कर सकते है |

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 पैटर्न और सिलेबस

UP D.EL.Ed प्रथम वर्ष का सिलेबस –

  • शिक्षा और शिक्षण के सिद्धांत (Education and principles of teaching)
  • बाल विकास का मनोवैज्ञानिक आधार (The psychological basis of Child Development)
  • शिक्षण विषय: हिंदी, पर्यावरण अध्ययन, सामाजिक अध्ययन, गणित, संस्कृत / उर्दू, अंग्रेजी। (Teaching subject: Hindi, Environmental Studies, Social Studies, Mathematics, Sanskrit/Urdu, English.)
  • संज्ञानात्मक पहलू: नैतिक शिक्षा, शारीरिक शिक्षा और संगीत, कला (Cognitive Aspects: Moral Education, Physical Education, and Music, Art)
  • साइको-मोटर पहलू: कक्षा शिक्षण, पाठ्यक्रम विश्लेषण। (Psycho-Motor Aspect: Class Teaching, Curriculum Analysis.)
  • मैक्रो टीचिंग। (Macro teaching.)

UP D.EL.Ed 2nd ईयर सिलेबस

  • प्राथमिक के उभरते रुझान: शिक्षा और शिक्षा मूल्यांकन, स्कूल प्रबंधन, सामुदायिक शिक्षा और स्वास्थ्य शिक्षा। (Emerging Trends of Elementary: Education and Education Evaluation, School Management, Community Education and Health education.)
  • शिक्षण विधियां, कार्य अनुभव, और प्रासंगिक व्यावहारिक कार्य: हिंदी, पर्यावरण शिक्षा, विज्ञान, सामाजिक अध्ययन, गणित, SUPW, संस्कृत / उर्दू, अंग्रेजी (Emerging Trends of Elementary: Education and Education Evaluation, School Management, Community Education and Health education.)
  • संज्ञानात्मक पहलू: शारीरिक शिक्षा और संगीत (Cognitive Aspects: Physical education and music)
  • साइकोमोटर पहलू: कक्षा शिक्षण, स्कूल अनुभव (इंटर्नशिप) सामुदायिक कार्य और कार्य अनुसंधान, पाठ्यचर्या और पाठ्यपुस्तक का विश्लेषण (Psychomotor aspect: classroom teaching, school experience (internship) Community work and Action research, Analysis of Curriculum and textbook)
  • अभ्यास शिक्षण, इंटर्नशिप, प्रासंगिक व्यावहारिक कार्य। (Practice Teaching, Internship, Relevant Practical work.)
  • स्कूल का अनुभव, स्कूल प्रबंधन (School Experience, School Management)
  • शिक्षण विधियाँ, पाठ्य पुस्तक विश्लेषण आदि, कार्य अनुभव (Teaching Methods, Text Book Analysis etc, Work Experience)

डीएलएड करने की योगयता

डीएलएड में प्रवेश हेतु आपको किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं की परीक्षा science arts commerce में से किसी एक विषय से पास करनी होती है. आपको अपनी 12वीं की परीक्षा में कम से कम 50% अंक होने चाहिए.

दोस्तों अंक प्रतिशत में सरकार ने आरक्षण वर्ग के विद्यार्थियों के लिए छूट दी गई है. जैसे कि st/sc वर्ग के विद्यार्थियों के लिए 5% की छूट दी गई है और विकलांग छात्रों के लिए भी 5% की छूट दी गई है.

यदि आप के 50% से कम है तो इस cousre में एडमिशन के लिए NIOS आपको इंप्रूवमेंट का मौका भी देता है और आप डीएलएड में एडमिशन के बाद आप सीनियर सेकेंडरी 12वीं की परीक्षा के विषय में एडमिशन भी ले सकते हैं और अपना अंक बेहतरीन कर सकते हैं.

उम्र सिमा (AGE LIMIT) 

डीएलएड में प्रवेश हेतु न्यूनतम आयु 17 से 18 साल तथा अधिकतम आयु 34 से 35 वर्ष है.

डी. एल. एड. कोर्स कैसे करे

दोस्तों डीएलएड कोर्स (DLED Course) में दाखिला लेने के दो तरीके हैं पहला प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam) के द्वारा तथा दूसरा 12वीं के अंकों के आधार पर दाखिला मिलता है. हमारे देश के अधिकतर सरकारी कॉलेज जहां पर डीएलएड कोर्स को कराया जाता है वहां पर आप का दाखिला पर इस परीक्षा के द्वारा ही करा जाता है जबकि बहुत से प्राइवेट कॉलेज है जहां पर आप का दाखिला आपके 12वीं के आधार पर लिया जाता है.

इसीलिए DLED कोर्स करने के लिए आपको सबसे पहले अच्छे अंकों के साथ अपने बारहवीं की पढ़ाई करनी होती है. ताकि आपको अच्छे  कॉलेज में दाखिला मिल जाए.

दोस्तों शिक्षक का काम बहुत ही जिम्मेदारी वाला होता है समाज को बनाते हैं इसीलिए बनने के कोर्स में दाखिला लेने के लिए आपको प्रवेश परीक्षा देना बहुत जरूरी है.

अगर आप डीएलएड का कोर्स करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको एक Entrance Exam से गुजरना पड़ेगा. उसके बाद हर परीक्षाओं की तरह इसमें भी MERIT LIST के आधार पर और CUT OFF MARKS  के आधार पर आपका चयन होता है.

अगर ENTRANCE EXAM में आपकी अच्छे MARKS आएँगे. तो आपको ज्यादा FEES का भुगतान नहीं करना होगा आपको आसानी से कोई GOVERMENT COLLEGE मिल जाएगी.

जिसमें आप न्यूनतम राशि में डीएलएड का कोर्स कर पाएंगे. गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन हेतु आपको डीएलएड कोर्स की फीस न्यूनतम ₹10000 देने होंगे.                          

अगर आपके नंबर cutoff से काम आते हैं तब आप किसी प्राइवेट कॉलेज से भी DLED COURSE को कर सकते हैं. इसके लिए आपको डीएलएड कोर्स के न्यूनतम 140000 रुपये के करीब फीस लग सकती है.

डी. एल. एड. की सिलेबस (Syllabus)

जैसा कि मैंने आपको पहले ही बताया कि डीएलएड का कोर्स तो 2 वर्षों का होता है यानी इन 2 सालों में आपको अलग-अलग विषयों की पढ़ाई करनी पड़ेगी. 2 साल में आपको प्राइमरी स्कूल के बच्चों के पढ़ाने की पूरी ट्रेनिंग दी जाती है. अब मैं आपको DELED कोर्स की SYLLABUS की पूरी जानकारी दूंगा.

1st-year subject:-

  • childhood and the development of children
  • Contemporary society
  • Towards understanding the self
  • Pedagogy of English language

यह भी पढ़ें : BAMS क्या है, कोर्स करने का क्या है  फायदा, जानें यहां  

2nd-year subject:-

  • cognition, socio-cultural context
  • guidance and counseling
  • leadership and change
  • Pedagogy of environmental studies
  • school health and education
  • fine arts and education

TOP डी. एल. एड. COLLEGE IN INDIA

दोस्तों जैसा कि हमारे देश में बहुत सारे प्राइवेट और सरकारी संस्थान हैं जहां से आप डीएलएड कोर्स को कर सकते हैं पर अगर आप किसी अच्छे कॉलेज से डीएलएड कोर्स को करते हैं तो आप आसानी से प्राइमरी स्कूल के शिक्षक बन सकते हैं इसमें आपको हमारे देश की BEST DELED COLLEGE की लिस्ट दूंगा. यह सारे कॉलेज हमारे देश के बहुत ही प्रसिद्ध कॉलेज है जहां पर DLED कोर्स कराया जाता है.

  • ICFAI University (West Tripura)
  • AMAR BHARTIYA MAHAVIDYALAYA (GWALIOR)
  • Budha College of Education (Karnal)
  • RKDF University (Bhopal)
  • University of Mumbai
  • Jaipur National University
  • Amity University, Noida
  • RKDF University, Bhopal
  • SGT University Gurgaon
  • R.R Group of Institute Lucknow
  • I E BHOPAL
  • HG M Azam College of Education, Pune

डी. एल. एड. में एडमिशन के लिए आवश्यक योग्यताये?

१. डी. एल. एड. में प्रवेश के लिए आवश्यक न्यूनतम योग्यता (ODL) अप्रशिक्षित इन-सर्विस अध्यापकों के लिए कुल में 50% अंक Sr. Secondary (कक्षा 12) (या उसके बराबर) में हैं। SC/ ST/ OBC / PH उम्मीदवारों के लिए 5% अंकों की छूट स्वीकार्य है

२. यदि आपके अंक  ५०% से कम है तो एन आई ओ एस आपको इम्प्रूवमेंट का मौका भी देता है और आप डी एल एड में एडमिशन लेने के बाद आप निओस की सीनियर सेकेंडरी (१२ कक्षा) के विषयों में भी एडमिशन ले सकते हैं

३. डी एल एड एडमिशन के लिए आप निओस की अधिकारिक वेबसाइट http://dled.nios.ac.in/  पे जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.

डी एल एड की फीस?

प्रथम वर्ष के लिए कोर्स फीस रु. ६०००/ , यदि आप DTH के स्वयं प्रभा चैनल नं- 32, डी.एल.एड. के विडियो लेक्चर देखने के लिए सब्सक्राइब करते हैं तो रु.१५००  छूट प्राप्त कर सकते हैं

इस प्रकार प्रथम वर्ष के फीस ४५०० रूपये होगी

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