![नारायण राणे के मामले में विश्व हिंदू सेना अध्यक्ष अरुण पाठक की एंट्री](/wp-content/uploads/2021/08/नारायण-राणे-के-मामले-में-विश्व-हिंदू-सेना-अध्यक्ष-अरुण-पाठक-की-एंट्री.jpg)
नारायण राणे के मामले में विश्व हिंदू सेना अध्यक्ष अरुण पाठक की एंट्री, दिया विवादित बयान
अरुण पाठक ने ट्वीट किया है कि जो भी नारायण राणे का सर कलम करके उनके पास लाएगा उसको वह पूरे 51 लाख की इनामी राशि देंगे। साथ ही पाठक ने यह भी कहा कि हम नारायण की अस्थियां वाराणसी में विसर्जित भी नहीं होने देंगे।
नई दिल्ली : भारतीय राजनीति में हर समय कुछ ना कुछ होता ही रहता है और जैसे ही कुछ होता है भारत के राजनेताओं के बयान आना शुरू हो जाते हैं। अब इनमें कुछ बयान काफी बुनियादी तथा ठोस होते हैं तो कुछ बयान एकदम बेबुनियाद तथा बिना मतलब के होते हैं। अब ऐसा ही एक बयान आया है नारायण राणे जी के लिए।
दरअसल, नारायण राणे का मामला समय के साथ ठंडा होने की जगह और ज्यादा तूल पकड़ता जा रहा है और इसी के बीच मौका देखकर मुफ्त की सस्ती लोकप्रियता पाने की कोशिश में विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक ने एक और बेबुनियादी बयान दे दिया है।
अरुण पाठक ने ट्वीट किया है कि जो भी नारायण राणे का सर कलम करके उनके पास लाएगा उसको वह पूरे 51 लाख की इनामी राशि देंगे। साथ ही पाठक ने यह भी कहा कि हम नारायण की अस्थियां वाराणसी में विसर्जित भी नहीं होने देंगे। अरुण पाठक का यह भी कहना था कि बाबा साहब ही वह आदमी थे जिसने नारायण को यहां तक पहुंचाया और अब सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए उनके ही बेटे को नारायण बुरा- भला कह रहे हैं।
बता दें कि यह कोई पहली बार नहीं है जब पाठक किसी विवाद में फंसे हैं इससे पहले जब नेपाल के प्रधानमंत्री ने श्री राम जी के ऊपर बयान दिया था तब भी पाठक ने वाराणसी में रहने वाले एक नेपाली मूल के आदमी को पकड़कर उसका सर गंजा करवा कर उससे जय श्रीराम के नारे जबरदस्ती लगवाए थे और तब से लेकर अभी तक पाठक फरार ही चल रहे हैं और अब इस ट्वीट के बाद इनपर 3 नए केसेस उनके नाम जुड़ गए हैं।
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