
मिशन 2022 के लिए भाजपा ने बनाई विधानसभा वार रणनीति
लखनऊ: उत्तर प्रदेश चुनाव राजनीतिक दलों के लिए बड़े रण जैसा है। इसी से लोकसभा और दिल्ली का तख्त भी और साफ दिखाई देगा। यूपी के अंदर सत्ता में विराजमान भाजपा दोबारा जीत की बात कह रही है। उनका कहना है कि पिछले चुनाव से ज्यादा सीटें इस बार मिल सकती हैं।
प्रदेश का चुनाव लेकिन इतना आसान भी नहीं होने वाला, दरअसल अलग-अलग जाति इसे काफी जटिल बनाने का काम करती हैं। इसीलिए राजनीतिक दल जहां एक तरफ जन मुद्दों पर विचार करते हैं, वहीं जातिगत समीकरण पर भी मंथन होता रहता है। इसी क्रम में बीजेपी भी जातिगत सम्मेलन करने की योजना बना रही है।
अन्य दलों के भी अभियान जारी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नवरात्रि से इस अभियान की शुरुआत होगी, जो नवंबर महीने तक चलने वाला है। इस दौरान अलग-अलग जातियों को ध्यान में रखते हुए रणनीति बनाई जाएगी और इसी आधार पर सम्मेलन भी आयोजित होंगे। बीजेपी कोई अकेली पार्टी नहीं है, जो इस रास्ते पर है। इसके पहले कांग्रेस की दलित स्वाभिमान यात्रा, बीएसपी का प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन और सपा का ब्राह्मण मतदाताओं को ध्यान में रखकर शुरू किया गया अभियान शामिल है।