उत्तराखंड : PAC जवानों के ट्रकों में आने-जाने पर लगी पाबंदी
कोरोना कहर देशभर में बढ़ता जा रहा है जिसको मद्देनजर रखते हुए उत्तराखण्ड पुलिस में तैनात PAC के जवानों के ट्रकों से आने जाने पर फिलहाल पूर्ण पाबंदी लगा दी गयी है. पाबंदी आगामी आदेशों तक जारी रहेगी. लिहाज इन बदली हुई परिस्थितियों में अब पीएसी के सभी अफसर जवान अब बसों से एक स्थान से दूसरे स्थान पर आयेंगे-जायेंगे. पुलिस और PAC चूंकि कोरोना काल के फ्रंट लाइन वॉरियर हैं, लिहाजा कोरोना से संक्रमित होने जैसी आपात स्थिति में पुलिस के अफसरों और जवानों के इलाज के भी विशेष इंतजाम किये गये हैं. इसी के चलते अभी राज्य पुलिस के सभी बड़े अस्पतालों में कम से कम 10 ऑक्सीजन सिलेंडर और छोटे जिले के पुलिस अस्पतालों में 5 ऑक्सीजन सिलेंडरों की उपलब्धता सुनिश्चित किये जाने के आदेश भी दिये गये हैं. यह तमाम इंतजाम करना जिले के पुलिस अधीक्षक और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की जिम्मेदारी होगी.”
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शुक्रवार को यह तमाम निर्देश राज्य पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने जारी किये. डीजीपी के मुताबिक, “कोरोना काल में सोशल डिस्टेंसिंग के नजरिये से चूंकि राज्य में पीएसी की कंपनियों के ट्रकों से मूवमेंट पर पाबंदी लगा दी गयी है. लिहाजा अब PAC के जवान बसों में आयेंगे-जायेंगे. इससे कोरोना से बचाव के लिए तैयार एसओपी का भी कड़ाई से पालन हो सकेगा. पीएसी जवान और अफसर भी कोरोना से बचे रहेंगे.
पुलिस अधिकारियों को जल्द मिलेंगे टैबलेट
हर थाने की आगंतुक डेस्क (रिसेप्शन) पर नये कम्प्यूर लगवाये जा रहे हैं. ताकि शिकायतकर्ता का बे-वजह थाने में ज्यादा वक्त न खर्च हो. हाल फिलहाल इस कोरोना काल में जिन सब-इंस्पेक्टर, हवलदारों की रैंकर परीक्षा (शारीरिक दक्षता परीक्षा) छूट गयी थी.
ऐसे अभ्यर्थी अब 6 को आयोजित होने वाली संभावित परीक्षा में सम्मिलित हो सकते हैं. जहां तक सवाल राज्य के पांच जिलों की पुलिस लाईन्स (पौड़ी, अल्मोड़ा, चमोली, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़) के उच्चीकरण है, तो यह काम भी इस साल के अंत तक हर हाल में पूरा करने का लक्ष्य है।
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डीजीपी द्वारा जारी दिशा निर्देश दिया गया है कि राज्य पुलिस महानिदेशालय इस कोशिश में लगा है कि, जल्दी से जल्दी पुलिस अधिकारियों और मामले के जांच अधिकारियों को टैबलेट्स मुहैया करा दिये जायें. उम्मीद है कि इस साल के अंत तक राज्य पुलिस महानिदेशालय सभी जिलों में स्मार्ट कंट्रोल पुलिस रुम भी स्थापित कर ले. थानों में मौजूद पुराने सभी कंप्यूटरों को भी शीघ्र ही हटाया जा रहा है. .”