
डेल्टा वैरिएंट का बढ़ा खतरा, भारत में मिला एवाई.2 म्यूटेशन
डेल्टा में भी दो म्यूटेशन हुए और उनमें डेल्टा प्लस और एवाई.2 म्यूटेशन सामने आया। यह दोनों ही म्यूटेशन काफी घातक हैं।
भारत में भी डेल्टा वैरिएंट के और भी नए म्यूटेशन भी मिल रहे हैं। अब वैज्ञानिकों ने आधिकारिक तौर पर जानकारी दी है। भारत में डेल्टा प्लस की तरह एवाई. 2 म्यूटेशन के मामले भी सामने आ रहे हैं। ये म्यूटेशन डेल्टा वैरिएंट में हुआ है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबिक, देश में अब तक पांच से अधिक मरीजों में एवाई.2 म्यूटेशन का पता चला है।
ये मामले राजस्थान, कर्नाटक और महाराष्ट्र में मिले थे। अभी तक अमेरिका में सबसे ज्यादा एवाई.2 के मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि अभी तक उत्तर प्रदेश और बिहार में डेल्टा प्लस के मामले नहीं मिले थे, लेकिन पिछले सप्ताह ही यहां के मरीजों में इसकी मौजूदगी पता चली है। अब तक 80 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।
डेल्टा प्लस प्रभावित राज्यों की संख्या बढ़कर 14 हो चुकी है। पिछले सप्ताह प्रेस कान्फ्रेंस में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव कुमार अग्रवाल ने देश में डेल्टा प्लस के कुल 56 मामले होने के साथ साथ 12 राज्यों में इसकी मौजूदगी की पुष्टि की थी। बता दें कि पिछले साल अक्टूबर महीने में कोरोना वायरस का डबल म्यूटेशन महाराष्ट्र में मिला था।
इसके चंद महीने बाद फिर से म्यूटेशन हुआ है फिर डेल्टा व कापा वैरिएंट सामने आया। डेल्टा में भी दो म्यूटेशन हुए और उनमें डेल्टा प्लस और एवाई.2 म्यूटेशन सामने आया। यह दोनों ही म्यूटेशन काफी घातक हैं। अभी इनके असर के बारे में अधिक जानकारी नहीं है। देश में अगर तीसरी लहर आती है तो उसमें इन म्यूटेशन की एक बड़ी भूमिका हो सकती है। वहीं अमेरिका और ब्रिटेन में सबसे अधिक मामले सामने आए हैं।
डेल्टा वैरिएंट में अब तीसरा म्यूटेशन सामने आया है। अमेरिका और ब्रिटेन के कुछ राज्यों में जीनोम सीक्वेसिंग के जरिए एवाई.3 म्यूटेशन की पुष्टि हुई है। यह बीते 23 जून को दर्ज किया गया है, लेकिन भारत में अभी तक इसकी मौजूदगी नहीं है। भारत में अभी तक चार केस की जानकारी दी गई है, जिनमें एवाई.2 वैरिएंट मिला है। यह चारों मामले 2 से 21 मई के बीच सामने आए हैं । ये केस राजस्थान, महाराष्ट्र व कर्नाटक से जुड़े हुए हैं।