
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी ने किया ‘कर्मयोद्धा राम नाईक’ पुस्तक का विमोचन
पूर्व राज्यपाल राम नाईक ने मुख्यमंत्री योगी सहित सभी को धन्यवाद और शुभकामनाएं दीं
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लोकभवन में आयोजित समारोह में पूर्व राज्यपाल राम नाईक द्वारा रचित ‘कर्मयोद्धा राम नाईक’ पुस्तक का विमोचन किया। साथ ही विधानसभा अध्यक्ष ह्रदय नारायण दीक्षित की ‘रचनावली’ व विधान मंडल पुस्तकालयों द्वारा प्रकाशित अन्य पुस्तकों का भी विमोचन किया।
इस अवसर पर पूर्व राज्यपाल राम नाईक ने मुख्यमंत्री योगी सहित सभी को धन्यवाद और शुभकामनाएं दीं। उन्होंन कहा, कोरोना की भीषण महामारी को हम सब ने देखा है। यूपी के सीएम और प्रदेश की जनता को बधाई देना चाहता हूं। यहां कुछ दिन पहले तक केवल 90 मरीज बचे थे और उस वक्त जिस प्रदेश से मैं आता हूं, उस वक्त उस प्रदेश (महाराष्ट्र) में 30 हज़ार केस थे। राम नाईक ने कहा कि आज पूरे देश में योगी जी की प्रशंसा हो रही है, मैं भी योगी जी की प्रशंसा करता हूं। आज यूपी की जनता को एहसास होता होगा कि पांच साल में योगी जी ने बोला क्या और क्या किया।
सीएम योगी ने दी शुभकामनाएं
वहीं, सीएम योगी ने कहा कि आज इस पुस्तक ‘कर्मयोद्धा राम नाईक’ का विमोचन हुआ है, इसके पूर्व राज्यपाल राम नाईक जी को बधाई देता हूं। राम नाईक जी की लंबी उम्र, बेहतर स्वास्थ्य के लिए ईश्वर से कामना करता हूं। राम नाईक जी का मार्गदर्शन हमेशा मिलता रहे। उन्होंने कहा, ‘ह्रदय नारायण दीक्षित रचनावली’ पुस्तक का भी आज विमोचन हुआ है। इसके लिए हृदय नारायण दीक्षित जी का अभिनंदन करता हूं।
सीएम योगी ने कहा, मुख्यमंत्री के तौर पर मेरा 5वां साल चल रहा है और सचिवालय प्रशासन ने मेरे भी भाषण का भी संकलन किया है। इसके विधानसभा सचिवालय का अभिवादन करता हूं। राम नाईक जी को बतौर राज्यपाल काम करते सबने देखा है। मुझे लोकसभा में इनके साथ कार्य करने का मौका मिला था। राम नाईक जी का हमेशा मार्गदर्शन मिला है। उन्होंने कहा, बम्बई का नाम बदलकर ‘मुंबई’ करना और इलाहाबाद का नाम बदलकर ‘प्रयागराज’ करना भी राम नायक जी का ही प्रयास था।