
जेल नियमावली को लेकर लालू प्रसाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई, जांच के लिए खुद सुपरिटेंडेंट पहुंचे
डोरंडा कोषागार से अवैध रूप से 139.35 करोड़ रुपये निकालने के मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को सीबीआई की विशेष अदालत ने सबसे बड़े चारा घोटाले में पांच साल जेल की सजा सुनाई है। अदालत ने लालू पर 60 लाख रुपये का जुर्माना और पांच साल जेल का जुर्माना भी लगाया। मिली जानकारी के मुताबिक सजा सुनाए जाने से पहले लालू प्रसाद यादव को हाई ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल था, लेकिन अब उनकी किडनी की स्थिति भी सामने आ रही है।
रिम्स के पेइंग वार्ड का भी समय-समय पर जेल प्रशासन द्वारा निरीक्षण किया जाता है। इसी पृष्ठभूमि में शनिवार को बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल होटवार जेल अधीक्षक हामिद अंसारी ने पेइंग वार्ड का औचक निरीक्षण किया। वहां पहुंचकर उन्होंने पूछा कि शनिवार को लालू यादव से कौन मिलने आया था। जेल अधीक्षक हामिद अंसारी समय-समय पर जेल का निरीक्षण करते रहे हैं कि जेल नियमावली का उल्लंघन न हो।
जेल के नियमों के मुताबिक लालू प्रसाद एक क्लास ए कैदी हैं जिनके लिए अलग-अलग नियम हैं। जेल अधीक्षक ने कहा कि शनिवार का दिन लालू यादव से मिलने का है, इसलिए वह निरीक्षण करने आए हैं। साथ ही संबंधितों को प्रोटोकॉल का पालन करने का निर्देश दिया गया है। चारा घोटाले में लालू प्रसाद को दोषी ठहराए जाने के बाद से लोग उनसे मिलने रांची पहुंच रहे हैं।