लखनऊ : उत्तर प्रदेश में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार काम कर रही है। इस योजना में यूपी के 65 जिलों को शामिल कर लिया गया है। इन जिलों में चिड़ियाघर, पक्षी विहार बनाया जाएगा। जिसके जरिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार देने की योजना है।
प्रदेश में जल्द ही प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण ऐसे अनेक क्षेत्र इको पर्यटन के पटल पर देखने को मिलेंगे। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर वन विभाग प्रदेश के हर जिले से ऐसी संभावनाओं वाले क्षेत्रों को चिह्नित कर रहा है जिन्हें वन डिस्ट्रिक्ट, वन डेस्टिनेशन योजना के अंतर्गत विकसित किया जा सके। इस योजना से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। अब तक 56 जिलों में ऐसे स्थल चिह्नित किए जा चुके हैं। सरकार ने हर जिले की विशिष्टताओं को रोजगार व आय के साधन के तौर पर विकसित करने पर फोकस किया है। इसी कड़ी में हर जिले से एक उत्पाद चिह्नित कर उसके उत्पादन, पैकेजिंग व बैंडिंग पर ध्यान दिया जा रहा है। उत्पादों के साथ ही हर क्षेत्र की पर्यटन व सांस्कृतिक विशेषताओं को भी बाजार व आय से जोड़ने की कवायद शुरू की गई है।
पर्यटन के साथ पर्यावरण संरक्षण
वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि यूपी में इको टूरिज्म के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। हर जिले का स्थान विशेष प्राकृतिक, पर्यावरणीय या वन्य पर्यटन के लिहाज से मुफीद है। इन स्थलों को आपस में जोड़ा जाए तो यह पिकनिक या वन-डे-टुअर के तौर पर पर्यटकों को लुभा सकते हैं। वहीं, स्थानीय स्तर भी पिकनिक आउटिंग की मुफीद जगह के तौर पर विकसित हो सकते हैं। ऐसे में ओडीओडी योजना के तहत ऐसी जगहों को चयनित कर उन्हें विकसित किया जाएगा। इसके लिए इको टूरिज्म बोर्ड भी बनाया जा रहा है।
ऐसे करेंगे सुधार
अब तक मऊ, शाहजहांपुर, बस्ती, हाथरस, हमीरपुर, अमेठी, सीतापुर, बाराबंकी, अयोध्या, फतेहपुर, जौनपुर, कौशांबी, आजमगढ़, अंबेडकरनगर, कानपुर, गोरखपुर सहित 56 जिलों से स्थल चिह्नित कर उसके प्रस्ताव शासन को भेजे जा चुके हैं। इन स्थलों का पर्यटन चयनित स्थलों पर बुनियादी सुविधाएं मसलन रेस्ट रूम, सड़क, बिजली, पानी, शौचालय के साथ ही सुरक्षा के इंतजाम किए जाएंगे।
ये जिले रहेंगे वन डिस्ट्रिक्ट वन डेस्टिनेशन में
लखीमपुर खीरी- दुधवा राष्ट्रीय उद्यान
चंदौली- चन्द्रप्रभा वन्य जीव विहार
बहराइच- कतर्नियाघाट वन्य जीव विहार
चित्रकूट- रानीपुर वन्य जीव विहार
ललितपुर- महावीर स्वामी वन्य जीव विहार
आगरा- सूरसरोवर पक्षी विहार
मिर्जापुर- कैमूर वन्य जीव विहार
मेरठ- हस्तिनापुर वन्य जीव विहार
बिजनौर- अमानगढ़ टाइगर रिजर्व
बलरामपुर- सोहेलवा वन्य जीव विहार
वाराणसी- कछुआ प्रजनन केन्द्र
पीलीभीत- पीलीभीत टाइगर रिजर्व
उन्नाव- नवाबगंज पक्षी विहार
रायबरेली- समसपुर पक्षी विहार
कन्नौज- लाखबहोसी पक्षी विहार
हरदोई- सांडी पक्षी विहार
संतकबीरनगर- बखीरा पक्षी विहार
गौतमबुद्ध नगर- ओखला पक्षी विहार
मैनपुरी- समान पक्षी विहार
गोंडा- पार्वती अरगा पक्षी विहार
महोबा- विजय सागर पक्षी विहार
एटा- पटना पक्षी विहार
प्रतापगढ़- डॉ. भीमराव अम्बेडकर पक्षी विहार
अलीगढ़- शेखा झील अलीगढ़
लखनऊ- लखनऊ प्राणि उद्यान
कानपुर- कानपुर प्राणि उद्यान
गोरखपुर- गोरखपुर प्राणि उद्यान
इटावा- लॉयन सफारी इटावा
बरेली- मिनी जू इज्जत नगर
अम्बेडकरनगर- दखन झील
आजमगढ़- बढेला ताल
औरैया- खानपुर वन ब्लाक
कानपुर देहात- मगही झील
कौशाम्बी- अलवारा वेटलैंड
जौनपुर- शाहगंज वेटलैंड (घूमर ताल)
फतेहपुर- अखनई झील
फर्रुखाबाद- कुठिला झील
अयोध्या- समदा झील
देवरिया- सिंधुवा ताल
बांदा- दियाबानी मंदिर पैलानी
बाराबंकी- भगहर वेटलैंड
भदोही- समधा ताल
मथुरा- जोधपुर ताल
सहारनपुर- एलिफेंट रिजर्व
सिद्धार्थनगर- मझौली सागर
सीतापुर- अज्जैपुर झील
सोनभद्र- कैमूर वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी
अमेठी- कांदूनाला वन ब्लाक
हमीरपुर- मौदहा बांध
हाथरस- नगला शेखा वेटलैंड
बस्ती- संत रविदास वन विहार
मऊ- वन देवी मंदिर
शाहजहांपुर- नगर निगम बायोडायवर्सिटी पार्क
कासगंज- चन्दनपुर घटियारी बायोडायवर्सिटी पार्क
प्रयागराज- चांद खम्हरिया कृष्ण मृग संरक्षण क्षेत्र
बलिया- जय प्रकाश नारायण पक्षी विहार