
गोरखपुर : आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव में निषादों के वोट बैंक को लेकर सभी राजनीतिक दल अपने-अपने दांवपेच में लगे हुए हैं। प्रदेश में निषादों को साधने के लिए अब दो पार्टियां बन चुकी हैं। जिसमें एक संजय निषाद की निषाद पार्टी तथा निषादों की हक की लड़ाई लड़ने के लिए बिहार की वीआईपी पार्टी उत्तर प्रदेश में राजनीति शुरू करने जा रही है। बता दें के प्रदेश में बिहार की विकासशील इंसान पार्टी उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ने का ऐलान के बाद निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने पलटवार करते हुए मुकेश साहनी को विभीषण बता डाला । संजय निषाद ने कहा कि मुकेश साहनी समाज में बिखराव करने आ रहे हैं। संजय निषाद ने कहा कि बिहार चुनाव में हमने उनका साथ दिया था अब समय है कि मुकेश साहनी को अब उत्तर प्रदेश में हमें साथ देना चाहे। संजय निषाद ने कहा कि मुकेश साहनी भाजपा के टिकट पर एमएलसी बंद कर मंत्री बने जबकि मैं अपनी पार्टी से ही एमएलसी हूं।
संजय निषाद ने कहा कि किसानों के लिए उनकी पार्टी ने आरक्षण की लड़ाई लड़ी है। निषादों के लिए कौन काम किया है। बिहार चुनाव में हमने उनकी मदद की थी और आगामी फिर बिहार चुनाव में हम उनकी बात करेंगे।
निषाद पार्टी पांचवें नंबर पर थी प्रदेश में वह दूसरे नंबर पर है। साथी संजय ने कहा कि मुकेश साहनी भाजपा के सदस्य वह किस मुझसे बात करते हैं उन लोगों खजाना की तरफ लेकर जा रहे हैं और उनके पार्टी खजाना लखनऊ में है।