पंजाब : घरेलू इंडस्ट्रीज बिना राहत पैकेज दिए दम तोड़ देंगी- पंजाब खेल उद्योग संघ
जालंधर : केंद्र सरकार एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए राहत पैकेज का एलान करती रहती है। घरेलू इंडस्ट्री को निरंतर नजरअंदाज किया जाता है। सैकड़ों परिवारों को रोजी रोटी देने वाली घरेलू इंडस्ट्री बहुत प्रकार के टैक्स देती है। ब्याज के साथ ऋण भी वापस करती है और फिर भी उसे राहत भी नहीं मिल पाती। अपना नजरअंदाज करने वाला रवैया पंजाब सरकार द्वारा नहीं बदला गया तो घरेलू इंडस्ट्री अपना दम तोड़ देगी।
सरकार से खेल उद्योग संघ के पंजाब के रविंदर धीर ने कहा कि घरेलू इंडस्ट्री के लिए अति शीघ्र सस्ती बिजली और ऋण में रियायत वाले पैकेज का एलान किया जाए। धीर ने कहा कि सैकड़ों परिवारों को खेलों के साथ जुड़ी इंडस्ट्री रोजगार दे रही है। यह एक कड़वा सच है कि लॉकडाउन के दौरान घरेलू इंडस्ट्री को सरकार की ओर से नजरअंदाज कर दिया गया है।
देश भर की मार्केट लॉकडाउन के दौरान बंद थी। सामानों की बिक्री नहीं हो पा रही थी, घरेलू इंडस्ट्री का कामकाज भी जिसके चलते बंद रहा है। उन्होंने कहा कि रोजाना घरेलू इंडस्ट्री के साथ जुड़े लोग मेहनत करते हैं और अपनी रोजी रोटी चलाते हैं, ऐसे मेहनती लोगों की सरकार की ओर से सुध न लेना निराशाजनक है।
रविंदर धीर ने बताया कि घरों में ही कई परिवार फुटबॉल सिलाई का काम कर रहे हैं। बैडमिंटन बनाये जा रहे हैं। क्रिकेट बैट बनाये जा रहे हैं। हॉकी बनाई जा रही हैं। सिलाई का काम कर रहे लोगों की लॉकडाउन के चलते हालत खराब हो चुकी है। इस वजह से सरकार को इन्हें सहारा देने के लिए सहायता राशि का एलान करना चाहिए।