
हरदोई: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच सुरक्षित घर पहुंची वैशाली यादव
वैशाली सांडी ब्लॉक के ग्राम तेरा पुरसौली की ग्राम प्रधान है
हरदोई: जिले के सांडी विकास खण्ड की तेरा पुरसौली की प्रधान और यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रही छात्रा वैशाली यादव आज घर पहुंच गई हैं। वैशाली यादव ने घर पहुंच कर उनके ऊपर उठ रहे सवालों का जवाब देते हुए कहा वह सुरक्षित घर पहुंच गई हैं लेकिन ट्रोलरों ने उसको बेवजह काफी ट्रोल किया है। उन्होंने कहा कि जब सरकार “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” का नारा दे रही तो ऐसे में एक बेटी पढ़ रही तो हंगामा क्यों। वैशाली के पिता ने भी भाजपा नेताओं पर बेवजह बदनाम करने का आरोप लगाया है।
दरअसल वैशाली सांडी ब्लॉक के ग्राम तेरा पुरसौली की ग्राम प्रधान है। ग्राम प्रधान बनने के बाद यूक्रेन जाकर वैशाली मेडिकल की पढ़ाई कर रही थीं। वहीं यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वैशाली ने वहां से निकलने के लिए मदद की गुहार लगाते हुए एक वीडियो शेयर किया। लेकिन उनके इस वीडियो ने उन्हें मुसीबत में डाल दिया। उनका वीडियो सामने आने के बाद यह बात प्रशासनिक अधिकारियों के सामने आई कि वह ग्राम प्रधान होते हुए यूक्रेन से मेडिकल की पढ़ाई कर रही हैं। इधर उसकी गैर हाजिरी में सांडी विकासखंड की ग्राम पंचायत तेरा पुरसौली में विकास कार्यों में धनराशि भी निकाली जा रही थी। इस मामले में डीपीआरओ ने एडीओ पंचायत गिरीश चंद्र को जांच कर आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि वैशाली यादव ने कहा कि वह सुरक्षित घर पहुंच गई हैं। उसने यूक्रेन में फंसे होने के दौरान मदद के लिए वीडियो जारी किया था जिसके बाद ट्रोलर उसको ट्रोल कर रहे थे, जो कि गलत है। उन्होंने कहा कि अगर पंचायत विभाग के अधिकारी उसको नोटिस देंगे तो वह जवाब देंगी लेकिन गांव की जनता को उनसे कोई शिकायत नहीं है और नियमों के मुताबिक उन्होंने काम किये हैं।
वहीं वैशाली यादव के पिता और पूर्व ब्लॉक प्रमुख महेंद्र यादव ने कहा कि वह एक बार ब्लाक प्रमुख, एक बार जिला पंचायत सदस्य और उनकी पत्नी दो बार ब्लाक प्रमुख और दो बार मां प्रधान रह चुकी हैं। अब उनकी बेटी प्रधान है और पंचायत राज के नियमों के तहत सभी काम किये गए हैं। लेकिन हरदोई में भाजपा हार रही इसीलिए भाजपा के लोग बौखलाहट में उसकी बेटी को बदनाम कर रहे हैं।