
उत्तर प्रदेश : बच्चों को ऑनलाइन संसाधन उपलब्ध कराने के सवाल पर बेसिक शिक्षा मंत्री जी नहीं दे पाए जवाब
कानपुर : परिषदीय स्कूलों के जो छात्र आनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं, एक सितंबर से अब वह स्कूल में आकर पढ़ाई कर सकेंगे। ऑफलाइन पढ़ाई पर विभाग का पूरा फोकस होगा। आनलाइन पढ़ाई का विकल्प भी विभाग की तरफ से रहेगा। बेसिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा.सतीश चंद्र द्विवेदी ने बुधवार को यह बात बीएनएसडी शिक्षा निकेतन में कहा।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की तरफ से वे स्कूल में आयोजित किए गए गुरुवंदन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से वार्ता की। उनसे जब पूछा गया कि, इन बच्चों के पास संसाधनों का अभाव है वे आनलाइन क्लास नहीं ले पाते, उनके लिए क्या व्यवस्था की गई है? उन्होंने इसके जवाब में कोई सटीक उत्तर नहीं दिया। उन्होंने स्वीकारा कि, एक बड़ा वर्ग बच्चों का संसाधनों के बिना ऑनलाइन पढ़ाई से वंचित है।
इसके सिवा कहा कि कोई भी परिषदीय विद्यालय नई शिक्षा नीति का क्रियान्वयन के बाद से अंग्रेजी माध्यम में नहीं चलेगा। आठ शिक्षकों को पूरे कार्यक्रम में उत्कृष्ट शिक्षक पुरस्कार से नवाजा गया। संगठन की तरफ से डा.विपिन कौशिक, शैलेंद्र द्विवेदी, राहुल मिश्रा, चंद्रदीप यादव, डा.मनोज अवस्थी सहित दूसरे पदाधिकारियों ने मिलकर उनका स्वागत किया।
जल्द ही विभाग की तरफ से प्रधानाध्यापकों को टैबलेट वितरित किए जाएंगे। आइआइटी कानपुर के विशेषज्ञों से टैबलेट की गुणवत्ता को लेकर राय ली जाएगी। इसके लिए एक समिति बनाई गई है।
बेसिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा.सतीश चंद्र द्विवेदी ने कहा कि नगर और ग्रामीण परिवेश के शिक्षकों के ट्रांसफर इस सत्र से आसानी से हो पाएंगे। विभागीय नियमों की अभी तक जो परेशानियां थीं, उन्हेंं दूर किया गया है। उन्होंने कहा, कि शिक्षकों की कमी का नगर क्षेत्र में हमेशा संकट रहता है।