
देश की प्रगति गाथा में होगा उत्तर प्रदेश का अहम योगदान : पूर्व एयर चीफ मार्शल
डिफेंस चित्र में आत्मनिर्भरता के अभियान के तहत कई उपलब्धियां हासिल हुई हैं। अत्याधुनिक फाइटर क्राफ्ट बनाने का काम चल रहा है तो नेवी
गोरखपुर: महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद संस्थापक सप्ताह समारोह के शुभारंभ अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित भारतीय वायुसेना के पूर्व एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कहा कि वर्तमान समय में अपना देश हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। अगले एक दशक में यह प्रगति देश को कई क्षेत्रों में विश्वस्तर पर अग्रणी बनाएगी। देश की इस प्रगति गाथा में उत्तर प्रदेश का अहम योगदान होगा। उन्होंने कहा कि अगले पांच साल में देश के लिए पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लिए उत्तर प्रदेश में एक ट्रिलियन डॉलर का योगदान देने का लक्ष्य रखा है। देश के लक्ष्य का पांचवा भाग उत्तर प्रदेश ही पूरा करेगा तो सोचिए यहां हर क्षेत्र में कितना बदलाव होगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अर्थव्यवस्था के सभी भागों में तेजी से काम हुआ है। बदलाव के इस वातावरण से छात्रों को भी कई क्षेत्रों में अवसर मिलेंगे। उन्हें जरूरत है लगन व परिश्रम से इस वातावरण का फायदा उठाकर अपने व्यक्तित्व का विकास करने की। पूर्व एयर चीफ मार्शल ने कहा कि वर्तमान दौर में भारत महान शक्ति के रूप में उभर रहा है और कई क्षेत्रों में लीडर की भूमिका में आ चुका है। कई क्षेत्रों में आत्मनिर्भर होने के लिए अहम कदम उठाए गए हैं। रिसर्च एंड डेवलपमेंट तथा स्टार्टअप्स पर जोर दिया जा रहा है। कुल मिलाकर समग्र विकास का इको सिस्टम विकसित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि डिफेंस चित्र में आत्मनिर्भरता के अभियान के तहत कई उपलब्धियां हासिल हुई हैं। अत्याधुनिक फाइटर क्राफ्ट बनाने का काम चल रहा है तो नेवी में अपने देश में बने एयरक्राफ्ट इंडक्ट हो चुके हैं। जल्द ही तीनों सेनाओं की जरूरतें देश में ही पूरी होंगी। भदौरिया ने कहा कि अपना देश डिजिटाइजेशन में लीड कर रहा है तो प्रौद्योगिकी व स्पेस सेक्टर में भी तेजी से विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि वह अपनी सेवा के दौरान चार वर्ष तक गोरखपुर स्थित वायुसेना केंद्र में कार्य कर चुके हैं। यहां आने पर दिख रहे बदलाव से आश्चर्यचकित हैं सबसे बड़ा बदलाव शिक्षा के क्षेत्र में हुआ है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के शैक्षिक जागरण में 90 वर्ष पूर्व महंत दिग्विजयनाथ की सूझबूझ से स्थापित महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद का अनमोल योगदान है। यहां ज्ञान-विज्ञान की शिक्षा के साथ व्यक्तित्व विकास पर भी जोर दिया जा रहा है। छात्र भाग्यशाली हैं कि यहां पर उनकी नींव मजबूत बन रही है। उन्होंने महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की इस बात के लिए सराहना की कि इसकी शिक्षण संस्थाएं विद्यार्थियों में राष्ट्र व समाज के प्रति चेतना का भाव भी जगा रही हैं। संस्थापक समारोह के शुभारंभ कार्यक्रम में स्वागत संबोधन में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो यूपी सिंह ने परिषद की प्रगति यात्रा पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर विमर्श पत्रिका का विमोचन भी किया गया। शुभारंभ अवसर पर निकाली गई शोभा यात्रा की सलामी पूर्व एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने ली। कार्यक्रम में सांसद रविकिशन शुक्ल, राज्यसभा सदस्य डॉ राधामोहन दास अग्रवाल, पूर्व केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ल, महापौर सीताराम जायसवाल, पूर्व एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया की धर्मपत्नी श्रीमती आशा भदौरिया, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह, विधायक फतेह बहादुर सिंह, महेन्द्रपाल सिंह, विपिन सिंह, श्रीराम चौहान, प्रदीप शुक्ल, गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ अतुल वाजपेयी, महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के पदाधिकारी व सदस्य, परिषद से जुड़ी शिक्षण संस्थानों के शिक्षकों व विद्यार्थियों की सहभागिता रही। आभार ज्ञापन महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ अरुण सिंह ने किया।