
उत्तराखंड : सियासी गलियारों में तेज़ हुई सुगबुगाहटें, बागियों के प्रति हरीश का नरम रुख
उत्तराखंड सहित देश के अन्य 4 राज्यों में आगामी कुछ महीनो में ही विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में सूबे के पूर्व सीएम रहे हरीश रावत सहित अन्य कद्दावर नेता अपना मिज़ाज़ थोड़ा नरम रख रहें हैं। पूर्व सीएम हरीश रावत ने पार्टी से बगावत करने वाले नेताओं को लेकर नरमी दिखाते हुए हुए कहा कि, अपनों के लिये दरवाज़े कभी बंद नही किये जाते हैं। लेकिन घर वापसी के लिये पार्टी के प्रति ईमानदार होना पड़ेगा।
आपको बता दे कि पूर्व सीएम हरीश रावत के पिछले कार्यकाल में कांग्रेस सरकार से अलग होकर बीजेपी में गए कांग्रेस नेताओं और विधायकों की घर वापसी की बातें भी कभी कभार तेज़ होने लगती है। सियासी गलियारों में भी कयास लगने शुरू हो जाते हैँ। लेकिन कांग्रेस और बीजेपी दोनों दल इन बातों को महज़ अफवाह ही बताते हैं। लेकिन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव पार्टी से बगावत करने वालों की वापसी को लेकर सख्त रुख के बजाय नरम रुख दिखाते दिखाई दे रहें हैं।
हमेशा अपनी बात रखी आगे
दूसरी तरफ पूर्व सीएम हरीश रावत उनकी सरकार को गिराने की कोशिश की करने वालों को शायद ही भुला पाए। इसीलिए बागियों की वापसी का मुद्दा जब भी उठता है, वो अपनी बात रखने में हमेशा आगे रहें हैं। अब जब कि सियासी हलकों में ऐसी चर्चा भी दूर-दूर तक नहीं है, तब इस तरीके की बयानबाजी करके हरीश रावत के रुख ने सियासी पारा बढ़ा दिया है।
इन्टरनेट पर मौजूद एक वीडियो में वो कहते नज़र आ रहें हैं कि जो भी कांग्रेस की सार्वभौमिक सोच के सिपाही हैं, उन सभी का पार्टी में हार्दिक स्वागत है। जो केवल राजनीतिक लाभ की सोच रखते हैं, ऐसे व्यक्तियों की कांग्रेस और राज्य की जनता को भी उनकी जरूरत नहीं है।