
हरियाणा में तेजी से सक्रिय हुआ मानसून , जानिए प्रदेश के किन इलाको में होगी बारिश?
करनाल/पानीपत : देश के उत्तरीय इलाकों में इन दिनों अच्छी बारिश देखने को मिल रही है. ऐसे में पर्वतीय व् मैदानी इलाकों में प्री-मानसून बारिश भी हो रही है. इसका असर हरियाणा में साफ देखने को मिल रहा है. हरियाणा के यमुनानगर, कैथल सहित कुछ शहरों में जमकर बारिश हो रही। बुधवार को भी हरियाणा के उत्तरी भागों में दिन के दौरान कुछ प्री-मानसून बौछारें देखी गई हैं। हालांकि, अब, उत्तरी मैदानी इलाकों में बारिश की गतिविधि कम होने के लिए तैयार है और कल प्री मानसून गतिविधि उत्तर भारत की पहाड़ियों तक ही सीमित रहेगी।
ये भी पढ़े :- भगत सिंह कोश्यारी हुए कोरोना पॉजिटिव, हॉस्पिटल में हुए भर्ती
वही मैदानी इलाकों में कुछ बारिश नहीं हुई है, केवल एक-दो जगह पर गतिविधियां देखी जा सकती हैं। 23 से 27 जून के बीच उत्तरी मैदानी इलाकों और पहाड़ियों पर भी बारिश नहीं होगी। इसके बाद 28 जून के आसपास, बारिश तेज हो जाएगी और अगले सप्ताह उत्तर भारत में कुछ बारिश हो सकती है। यह बारिश दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत के लिए एक अग्रदूत के रूप में कार्य कर सकती है और जल्द ही मानसून की बारिश हो सकती है।
ये भी पढ़े :- कानपुरः विकास दुबे के भांजे पपर कार्यवाही, डीएम ने किया सस्पेंड
जानिए क्या देश में मौसम का सिस्टम ?
एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर और लद्दाख क्षेत्र पर बना हुआ है। उत्तरी राजस्थान, पंजाब और हरियाणा पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक पूर्व-पश्चिम टर्फ रेखा राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तर पश्चिम बंगाल और असम तक फैली हुई है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र तमिलनाडु तट से दूर दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है। एक उत्तर-दक्षिण टर्फ रेखा कोंकण, गोवा और तटीय कर्नाटक से दूर अरब सागर में फैली हुई है।