नई दिल्ली: उत्तर कोरिया बीते दिनों जमीन के अंदर किए गए न्यूक्लियर मिसाइल टेस्ट से उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया, चीन और जापान में लाखों लोग रेडिएशन से प्रभावित हो सकते हैं।
दरअसल, सिओल स्थित एक मानवाधिकार संगठन ने एक रिपोर्ट जारी कर यह जानकारी दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि, न्यूक्लियर टेस्ट से जमीन में मौजूद पीने के पानी में रेडिएशन का स्तर कई गुना बढ़ गया है। बता दें कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया की सरकारों के मुताबिक, उत्तर कोरिया ने साल 2006-2017 के बीच उत्तरी हामयोंग प्रांत के पहाड़ों में 6 बार न्यूक्लियर टेस्ट किए थे।
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अब ट्रांजिश्नल जस्टिस वर्किंग ग्रुप ने अपनी स्टडी में दावा किया है कि, ये रेडिएशन हामयोंग प्रांत के आसपास के आठ शहरों में फैल सकता है। इससे उत्तर कोरिया में ही करीब दस लाख लोग प्रभावित हो सकते हैं। यह रेडिएशन पीने के पानी, खेती लोगों को प्रभावित कर सकता है।
रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि, रेडिएशन का असर दक्षिण कोरिया, चीन, जापान में भी लोगों पर असर डाल सकता है क्योंकि जो इलाके रेडिएशन से प्रभावित होंगे, उनके खेती उत्पादन और मछलियां आदि उत्पाद स्मगलिंग द्वारा इन देशों में भेजे जाते हैं।