दिल्ली में यात्रा करना हुआ आसान, गूगल ऐप पर पा सकते हैं डीटीसी और क्लस्टर बसों की लोकेशन
अपनी सहूलियत के हिसाब से दिल्ली में आप पा सकेंगे अपनी बसें। डीटीसी क्लस्टर बसों की लोकेशन गूगल मैप पर दिखाने को लेकर गूगल ऐप के साथ सार्वजनिक ट्रांजिट सिस्टम से जुड़ने की योजना की हुई घोषणा।
नई दिल्ली। केजरीवाल सरकार ने राजधानी में डीटीसी क्लस्टर बसों की लोकेशन गूगल मैप पर दिखाने को लेकर गूगल ऐप के साथ सार्वजनिक ट्रांजिट सिस्टम से जुड़ने की योजना की घोषणा की है। यह घोषणा दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बुधवार को की। इससे आने जाने वाले पैसेंजर को गूगल से बस की लोकेशन रूट स्टॉप और बस के आने जाने का समय पता चल सकेगा।
इससे राजधानी विश्व के उन शहरों में शामिल हो गई है जो परिवहन के रियल टाइम की जानकारी देते हैं। इसके वर्चुअल लॉन्च में दिल्ली संवाद और विकास आयोग (डीडीसीडी) के उपाध्यक्ष जस्मीन शाह, परिवहन आयुक्त और गूगल इंडिया के अधिकारी मौजूद रहे।
दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि दिल्ली विश्व के उन शहरों में शामिल हो गया है जो सार्वजनिक परिवहन की जानकारी देते हैं। जिससे लोग अपने आखिरी मिनट तक अपनी यात्रा की योजना बना सके। उन्होंने कहा यह डेटा पोर्टल दूसरे अन्य माध्यमों से भी जुड़ेगा जिससे कि दिल्ली का परिवहन सिस्टम अच्छा हो सके।
डीडीसीडी के उपाध्यक्ष जस्मीन शाह ने कहा कि दिल्ली सरकार ओला और उबर को अपना रूट तय करने की योजना पर भी काम कर रही है इससे दिल्ली में किसी भी स्टाफ के बसों के आने जाने के समय की जानकारी मिल सकेगी। सिंगापुर लंदन और न्यूयॉर्क जैसे शहर भी इसी योजना पर चलते हैं।
2018 में शुरू किया था प्रोजेक्ट
2018 में केजरीवाल सरकार ने सभी बस स्टॉप, रूट मैप, समय सारिणी के जीपीएस फीड के साथ वास्तविक समय का आंकड़ा देने वाले प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया था। इस काम में दिल्ली सरकार को इंद्रप्रस्थ सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी-डी) ने तकनीकी सहयोग दिया। इसके लिए बस स्टॉफ की रीयल टाइम जीपीएस फीड भी शुरू की गई। जिसका इस्तेमाल एप डेवलपर्स और शोधकर्ता कर सकते थे। इसके साथ साथ 2018 में ही दिल्ली में वन कार्ड और वन दिल्ली एप भी विकसित किया गया था। इससे सामान्य, गुलाबी टिकट बुक करने के लिए क्यूआर कोड के द्वारा एप आधारित टिकटिंग सिस्टम की शुरुआत की गई।
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