आज डीयू शिक्षक करेंगे मुख्यमंत्री आवास का घेराव, जानिए किन मांगों को लेकर शुरू हुआ प्रदर्शन ?
नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ(Delhi University Teachers Association) के नेतृत्व में आज सभी शिक्षक दिल्ली सीएम आवास का घेराव करने वाला है. दरअसल, दिल्ली सरकार(Delhi Government) द्वारा वित्तपोषित डीयू कालेजों में वेतन न मिलने की वजह से डीयू शिक्षकों में दिल्ली सरकार को लेकर नाराजगी है। वही शिक्षक संगठन इंटेक के अध्यक्ष पंकज गर्ग ने जानकारी देते हुए बताया कि, ”डीयू प्रशासन और दिल्ली सरकार के बीच चल रही की खींचतान का प्रतिकूल असर शिक्षक, छात्र और कर्मचारियों पर पड़ रहा है।”
दिल्ली सरकार की डीयू के 28 कालेजों में गवर्निग बाडी है। 12 कालेज दिल्ली सरकार द्वारा शत-प्रतिशत वित पोषित हैं। इन कालेजों का अनुदान नियमित नहीं जारी किया जा रहा है, जिससे शिक्षक परेशान हैं। बकौल पंकज गर्ग, दिल्ली सरकार के कालेजों में प्राचार्य की स्थायी नियुक्ति भी नहीं हुई है।हाल ही में डीयू को कालेजों को पत्र लिखकर चेताना पड़ा कि जब तक प्राचार्य की नियुक्ति नहीं हो जाती, गैर शैक्षणिक नियुक्तियां भी नहीं होंगी। इंटेक ने सरकार से मांग की है कि तत्काल कालेजों का अनुदान जारी करें।
ये भी पढ़े :- दिल्ली के मंगोलपुरी में एक फैक्ट्री में लगी भयंकर आग, दमकल की 26 गाड़ियां आग पर काबू पाने में जुटी
डीयू के दो शिक्षको की हार्टअटैक से हुई मौत
दिल्ली विश्वविद्यालय के दो तदर्थ शिक्षकों का दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई है. इसके साथ ही रामजस कालेज(Ramjas College) के तुहीन दत्ता और राजधानी कालेज के अभिषेक सिंह के निधन पर शिक्षकों ने संवेदना जताई।
डीयू अध्यक्ष प्रो. एके भागी(Pro. AK bhaagi) ने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर करते हुए उनके कैप्शन में लिखा कि, ”भारत में मार्च 2020 में कोरोना संक्रमण का मामला सामने आया। इसके बाद से ही हार्टअटैक के मामले अधिक सामने आ रहे हैं। इस दिशा में अधिक शोध की जरूरत है। प्रो. भागी ने लिखा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण भी हार्टअटैक के लिए जिम्मेदार है।”
ये भी पढ़े :- उदयपुर हत्याकांड : एनआईए टीम करेगी मामले की जांच, जानिए किस एंगल से हो सकती है पड़ताल?
शिक्षको ने कुलपति को लिखा पत्र
कार्यकारी परिषद के सदस्यों जेएल गुप्ता और सीमा दास ने कुलपति प्रो. योगेश सिंह(Pro. Yogesh Singh) को पत्र लिखा है। सदस्यों ने कुलपति से तदर्थ शिक्षकों का वेतन अविलंब जारी करने की गुजारिश की है। पत्र में कहा गया है कि कई विभागों में तदर्थ शिक्षकों को दो महीने से वेतन नहीं मिला है। दिल्ली में बिना वेतन गुजारा करना मुश्किल है।