कांग्रेस के अंदर आपसी खींचतान हुई तेज, सिद्धू को दिल्ली से लौटना पड़ा खाली हाथ
नवजोत सिंह सिद्धू ने दिल्ली आकर पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी से मिलने का समय मांगा। मगर तीनों ने ही सिद्धू को मिलने का समय नहीं दिया। जिस वजह से सिद्धू को दिल्ली से खाली हाथ पंजाब लौटना पड़ा।
नई दिल्ली : पंजाब के सत्ता में बैठी कांग्रेस पार्टी के अंदर पैदा हुई कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच विधानसभा चुनाव से पहले चल रही वर्चस्व की लड़ाई रोज एक नया मोड़ ले रही है। कभी कैप्टन पर सिद्धू तो कभी सिद्धू पर कैप्टन हावी होते हुए नजर आते हैं।
इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने दिल्ली आकर पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी से मिलने का समय मांगा। मगर तीनों ने ही सिद्धू को मिलने का समय नहीं दिया। जिस वजह से सिद्धू को दिल्ली से खाली हाथ पंजाब लौटना पड़ा।
गौरतलब है कि सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच पैदा हुई कलह खत्म नहीं हो रही है। वहीं, इन दोनों में सुलह करवाने के लिए कांग्रेस पार्टी के पंजाब प्रभारी हरीश रावत हाल ही में चंडीगढ़ पहुंचे थे और दोनों नेताओं को आमने-सामने बैठाकर कोई बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की थी। मगर सिद्धू ने हरीश रावत से मुलाकात करने के बजाय दिल्ली आकर अपनी बात पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के सामने रखना बेहतर समझा।
ऐसे में सिद्धू को हरीश रावत को दरकिनार करना अब महंगा पड़ता नजर आ रहा है। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी व सोनिया गांधी में से किसी ने भी सिद्धू को दिल्ली में मुलाकात का समय नहीं दिया। सूत्रों से मिल रही खबर के अनुसार हरीश रावत को दरकिनार किए जाने की वजह से कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व सिद्धू से काफी नाराज चल रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस हाईकमान की तरफ से मिले इस संकेत सिद्धू भी खासा नाराज नजर आए। यही कारण है कि सिद्धू दिल्ली से लौटकर चंडीगढ़ में कांग्रेस भवन ना जाकर सीधे पटियाला में अपने आवास चले गए और उन्होंने पार्टी के पंजाब प्रभारी हरीश रावत से भी अपने दूरियां कायम कर ली है। हालांकि हरीश रावत अभी भी चंडीगढ़ में ही हैं।
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