![दिल्ली मे कोरोना के मामलों में दिखी गिरावट, इतने सरकारी अस्पतालों मे एक भी मरीज नहीं…](/wp-content/uploads/2021/09/AImage-1.jpg)
Delhi : कोरोना के मामलों में दिखी गिरावट, इतने सरकारी अस्पतालों में एक भी मरीज नहीं…
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या में तेजी से गिरावट आ रही है। ऐसे में दिल्ली के 11 सरकारी अस्पतालों में अब एक भी कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती नहीं है। इनमें गुरु तेग बहादुर अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल और हिंदूराव जैसे बड़े अस्पताल भी पूर्वी दिल्ली में शामिल हैं। इस बीच लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में सबसे ज्यादा 65 कोरोना मरीज भर्ती हैं, जबकि 5 कोरोना संक्रमित लोकनायक का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
दरअसल, राजधानी दिल्ली में कोरोना मरीजों के लिए कुल 16,344 बेड उपलब्ध हैं, जबकि अस्पताल में फिलहाल 246 कोरोना मरीज ही भर्ती हैं। इनमें से 240 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं और 69 मरीज आईसीयू सपोर्ट पर हैं। फिलहाल राजधानी में कोरोना मरीजों के लिए कुल 16,098 रिक्तियां हैं, जिनमें से 12,000 से ज्यादा ऑक्सीजन बेड और 3000 से ज्यादा आईसीयू बेड हैं। इस बीच कोरोना मरीजों के लिए 1299 वेंटिलेटर बेड भी खाली हैं।
राजधानी दिल्ली में कोरोना के 379 एक्टिव मरीज हैं, जिनमें से 246 मरीज दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में हैं। हालांकि, कोविड केयर सेंटर में 7 और होम आइसोलेशन में 126 मरीज हैं। ऐसे में दिल्ली में शुक्रवार को तेजी से घट रहे हॉटस्पॉट की संख्या भी ठप हो गई है। वहीं, दिल्ली के जीटीबी, सरदार वल्लभभाई पटेल अस्पताल, एम्स झज्जर, बुराड़ी अस्पताल, हिंदूराव, सफदरजंग, अंबेडकर नगर अस्पताल, राजीव गांधी सुपरस्पेशलिटी, दीपचंद बंधु, जनकपुरी और राजनबाबू टीबी अस्पताल में एक भी कोरोना मरीज भर्ती नहीं हुआ।
गौरतलब है कि इस साल मई में सबसे ज्यादा 8000 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण से हुई थी। उस समय पूरा देश कोरोना महामारी की दूसरी लहर का सामना कर रहा था। स्वास्थ्य आंकड़ों के मुताबिक राजधानी में कोरोना संक्रमण से पहले 30 मार्च 2020 को 2 मरीजों की मौत हुई थी, लेकिन इस साल जनवरी में 313, फरवरी में 61, मार्च में 117, अप्रैल में 5120, मई में 8004, मई में 826 मरीजों की मौत हुई है। जुलाई में 76, अगस्त में 76 और अगस्त में 313 सितंबर महीने में अब तक मौत की खबर आ चुकी है।