
इन तीन को मिला 2021 अर्थशास्त्र में नोबेल प्राइज़, पढ़ें ख़बर
न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने से जरूरी नहीं की नौकरियां भी कम हों
नई दिल्ली। अर्थशास्त्र के लिए साल 2021 का नोबेल प्राइज़ आधा डेविड कार्ड को, आधा जोशुआ डी. एंग्रिस्ट और गुइडो डब्ल्यू इम्बेंल को संयुक्त रूप से दिया गया है। डेविड कार्ड को श्रम अर्थशास्त्र में उनके योगदान के लिए सम्मान मिला है, जबकि जोशुआ एंग्रिस्ट और गुइडो इम्बेंस को प्राकृतिक प्रयोगों से कारण और प्रभाव के बारे में सटीक निष्कर्ष निकालने के लिए पुरस्कृत किया गया है।
यह भी पढ़ें:- सीमा विवाद को सुलझाने के लिए भारत और चीन रविवार को करेंगे सैन्य वार्ता
2021 अर्थशास्त्र में नोबेल प्राइज़ के हक़दार
डेविड कार्ड एक कैनेडियन अर्थशास्त्री और कैलिफोर्निया बर्कले में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर हैं। उन्हें ये नोबल सम्मान श्रम अर्थशास्त्र में उनके योगदान के लिए दिया गया। 1990 के दशक की शुरुआत में उनके अध्ययन ने पारंपरिक ज्ञान को चुनौती दी, जिससे नए विश्लेषण और अतिरिक्त जानकारी प्राप्त हुई। परिणाम दिखाते हैं कि न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने से जरूरी नहीं की नौकरियां भी कम हों।
BREAKING NEWS:
The 2021 Sveriges Riksbank Prize in Economic Sciences in Memory of Alfred Nobel has been awarded with one half to David Card and the other half jointly to Joshua D. Angrist and Guido W. Imbens.#NobelPrize pic.twitter.com/nkMjWai4Gn— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 11, 2021
बता दें जोशुआ डी एंग्रिस्ट और गुइडो इम्बेंस को औपचारिक संबंधों के विश्लेषण में उनके योगदान के लिए नोबेल पुरस्कार मिला है। 1990 के दशक के मध्य में जोशुआ एंग्रिस्ट और गुइडो इम्बेंस ने दिखाया कि प्राकृतिक प्रयोगों से कारण और प्रभाव के बारे में सटीक निष्कर्ष कैसे निकाले जा सकते हैं।