
ऑटोमेकर होंडा ने रूस पर प्रतिबंध लगाते हुए कहा है कि वह कारों और बाइक का निर्यात नहीं करेगी
रुस और यूक्रेन युद्ध का असर न केवल यूक्रेन पर दिख रहा है बल्कि रुस को भी कड़ी निन्दा के साथ सभी देशों से होने वाले निर्यात के बन्द होने का सामना भी करना पड़ रहा है। रुस को इन सब चीजों का सामना इसलिए करना पड़ रहा है क्योंकि दुनिया भर के तमाम देशों ने रुस पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं। हम ये सारी बातें इसलिए कर रहें क्योंकि प्रमुख वाहन निर्माता कंपनियों में से एक होंडा ने रूस पर प्रतिबंध लगाते हुए एक बड़ा फैसला लिया है कि अब होंडा अपनी कारों का और बाइक्स का एक्सपोर्ट रुस में नहीं करेगी।
होंडा से पहले कई सारी कंपनियां अपने एक्सपोर्ट को रुस में बंद कर चुकी हैं। बता दें, Ford, Volvo, General Motors, Harley-Davidson और Daimler Truck जैसी तमाम बड़ी कंपनियों ने रूस के विरोध में रुस में होने वाले अपने बिजनेस को बंद करने का अहम फैसला ले चुकीं हैं।
ये जानकारी फोर्ड के सीईओ जिम फ़ार्ले ने अपने ट्विटर के माध्यम से एक पोस्ट शेयर करते हुए दिया है। सीईओ का कहना है कि, “ इस स्थिति ने हमें रूस में अपने ऑपरेशन को बंद करने के लिए मजबूर किया है। हालात देखते हुए हमने आज अपने संयुक्त उद्यम भागीदारों को सूचित किया है कि हम रूस में अपने संचालन को अगली सूचना तक निलंबित रखेंगे, जनरल मोटर्स और वोल्वो जैसी ऑटो कंपनियां रूस में अपना बिजनेस अस्थायी रूप से सस्पेंड करने वाली पहली वाहन निर्माता कंपनियां थीं। जनरल मोटर्स ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वर्तमान में जानमाल का नुकसान एक त्रासदी है और हम क्षेत्रों के लोगों को लेकर बहुत चिंतित है”।
वहीं, ट्रक निर्माता डेमलर कंपनी ने भी रूस में अपना कारोबार बंद करने का मन बना लिया है, साथ ही रूसी ट्रक निर्माता कामाज़ के साथ अपनी पार्टनरशिप करने का भी सोच रही है।