इंसानों में दिख रहा लंपी वायरस का खतरा ? जांच में वैज्ञानिक ने किया ये खुलासा…
हिसार : इन दिनों मवेशियों में लंपी वायरस(lumpy virus) तेजी से फ़ैल रहा है। जिसकी चपेट में राजस्थान से लेकर हरियाणा तक तमाम गायों की मौत भी हो चुकी है। इसके साथ ही अब यह वायरस दूसरे जानवरों को बीमार करने लगा है। इसके साथ ही हिसार स्थित राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र (NRCE) के वैज्ञानिकों ने इस बात की पड़ताल शुरू कर दी है की कहीं इंसानों में तो यह बीमारी नहीं आ रही। इसकी जांच के लिए उन्होंने राजस्थान में संक्रमित जानवरों की देखरेख करने वाले पशुपालकों के सैंपल भी मंगाए हैं। इन सैंपलों की जांच कर पता लगाया जा रहा है कि कहीं इंसानों पर तो इस वायरस का प्रभाव नहीं पड़ रहा है।
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जानिए क्या है इंसानों में इस वायरस के जाँच करने का कारण
इस विषय सवाल पर वैज्ञानिकों ने जानकारी साझा करते हुए बताया की , ”इंसानों पर इस बीमारी के प्रभाव की जांच इसलिए की जा रही है क्योंकि वायरस की प्रकृति म्यूटेट करने की होती है। ऐसे में अगर किसी अन्य वायरस से ग्रसित इंसान लंपी स्किन डिजीज से संक्रमित पशु के संपर्क में आता है तो यह वायरस मिलकर एक नया म्यूटेशन कर इंसानों को भी संक्रमित कर सकता है। यही कारण है कि एनआरसीई के विज्ञानी पता लगा रहे हैं कि इंसानों को लंपी स्किन डिजीज वायरस किस तरह से प्रभावित कर सकता है। साथ ही समय-समय पर वायरस पशुओं से इंसानों और इंसानों से पशुओं में जाते रहे हैं, जिन्हें जूनोटिक बीमारियां कहते हैं।”
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कृषि एवं पशुपालन मंत्रालय लंच करने जा रहा वैक्सीन
कृषि एवं पशुपालन मंत्रालय, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद और हिसार के राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र के विज्ञानी वैक्सीन की लांचिंग में जुट गए हैं। 10 अगस्त काे दिल्ली में वैक्सीन लांच होनी है। इससे पहले ही कुछ डोज तैयार करने का कार्य विज्ञानियों ने शुरू कर दिया है।