तमिलनाडु: मदुरै ट्रेन हादसे में UP की ट्रैवल एजेंसी पर केस, फॉरेंसिक टीम ने शुरू की जांच
रेलवे का दावा- लखनऊ के आगे ट्रेन में रखा गया अवैध सिलेंडर, कोच में कोयला-लकड़ी भी मिली
तमिलनाडु/लखनऊ: तमिलनाडु के मदुरै जंक्शन के पास ट्रेन के निजी कोच में आग लगने के मामले में राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) ने यूपी की ट्रैवल एजेंसी के खिलाफ केस दर्ज किया है। जीआरपी द्वारा सीतापुर स्थित भसिन ट्रैवल एजेंसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
दरअसल, ट्रैवल एजेंसी संचालक ने आईआरसीटीसी के माध्यम से कोच बुक किया था। इस कोच में यूपी के 63 लोग सफर कर रहे थे, जो दक्षिणी राज्यों की यात्रा पर निकले थे। 26 अगस्त की तड़के सुबह हुए हादसे में नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 से ज्यादा लोग झुलस गए। इन घायलों में आठ लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर शुरू की जांच
इस हादसे के बाद दक्षिण रेलवे ने इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच में पाया गया कि आग ट्रेन में रखे घरेलू गैस सिलेंडर के कारण लगी थी। इस गैस सिलेंडर को अवैध तरीके से ट्रेन में रखा गया था। कोच में कोयला और लकड़ी भी मिला है। इसके अलावा रविवार सुबह फॉरेंसिक टीम भी घटनास्थल पर पहुंची और साक्ष्य जुटाने में जुट गई है।
ट्रेन रुकने पर यात्रियों के लिए जलावन पर बनता था खाना
इस हादसे में जीवित बचे अशोक कुमार प्रजापति ने बताया कि ट्रैवल एजेंसी के अटेंडेंट्स कोच में टॉयलेट एरिया की ओर खाना बनाते थे। ट्रेन रुकने पर जलावन का इस्तेमाल होता था। सफर के दौरान गैस चूल्हे पर खाना बनता था। ये प्राइवेट कोच 25 अगस्त को नागरकोल जंक्शन पर पुनालूर-मदुरै एक्सप्रेस (16730) से जुड़ा था। 26 अगस्त को ट्रेन तड़के 03:47 बजे मदुरै रेलवे स्टेशन पहुंची। वहां इस कोच को ट्रेन से अलग कर दिया गया। मदुरै में कोल्लम-चेन्नई एग्मोर अनंतपुरी एक्सप्रेस से जुड़कर कोच को चेन्नई जाना था और वहां से तीर्थ यात्री रविवार को लखनऊ लौटने वाले थे।