
सरकार ने जारी की गाइडलाइन्स, इन लोगों को बूस्टर डोज के लिए नहीं दिखना होगा प्रमाण पत्र
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी जानकारी दी है कि आगामी आने वाले पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव में चुनाव ड्यूटी में लगे लोगों को भी
नई दिल्ली: देश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण और नए वैरीएंट ओमिक्रोन के विस्तार को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने हेल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 साल से अधिक उम्र के गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को डॉक्टरी सलाह पर 10 जनवरी से बूस्टर डोज देने की घोषणा की है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐलान के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी कहा है कि दूध लेने के लिए बुजुर्गों को डॉक्टरी प्रमाण पत्र दिखाना आवश्यक नहीं होगा लेकिन इन्हें डॉक्टरों की सलाह लेना जरूरी होगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि 15 से 18 साल के बच्चों के लिए ऑनलाइन और आंसर दोनों तरफ से रजिस्ट्रेशन किया जा सकेगा।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी जानकारी दी है कि आगामी आने वाले पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव में चुनाव ड्यूटी में लगे लोगों को भी संक्रमण मुक्त रखने के लिए बूस्टर डोज दिया जाएगा। जिसकी जानकारी सरकार की तरफ से गाइडलाइंस में दी गई।
गौरतलब है कि सरकार ने एहतियात के तौर पर बूस्टर डोज लगाने का ऐलान किया है। पता देखिए बूस्टर डोज उन्हीं लोगों को लगाई जाएगी जिनकी उम्र 7 वर्ष से अधिक होगी या जिन्हें कोई गंभीर बीमारी होगी। वही केंद्र की तरफ से 22 ऐसी बीमारियों की सूची जारी की गई जिसमें डायबिटीज किडनी डायलिसिस कार्डियोवैस्कुलर डिजीज आज बीमारियां शामिल है।