
Russia- Ukraine War: यूक्रेन में UP के कई छात्र-छात्राएं, लगातार लगा रही सरकार के मदद के अपील
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। ऐसे हालातों में कई भारतीय छात्र यूक्रेन में फंस गए
यूपी : रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। ऐसे हालातों में कई भारतीय छात्र यूक्रेन में फंस गए हैं। इनमें से बरेली के 10 से ज्यादा छात्र यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई करने के दौरान फंसे हुए हैं। यह सभी अपने देश लौटना चाहते हैं।
बरेली के आंवला निवासी मेडिकल छात्र अभय प्रताप सिंह ने वीडियो जारी करते हुए यूक्रेन के हालात बताए और भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है। अभय ने बताया कि रूस की सेना ने एयरपोर्ट पर भी कब्जा कर लिया है। एयरपोर्ट से कोई भी फ्लाइट नहीं चल रही है।
इन जिलों के छात्र-छात्राएं भी फंसे
इसके अलावा शाहजहांपुर के चार, पीलीभीत का एक छात्र, लखीमपुर खीरी के तीन छात्र और कन्नौज के भी कई छात्र-छात्राएं यूक्रेन में फंसे हैं। बरेली के छात्रों में सिटी स्टेशन की तसबीहा इकबाल अख्तर और उसका भाई सेमाल खान, शहर की नेहा, किला की इकरा, मुमताज और सना खान, फतेहगंज पश्चिमी के आसिफ, बहेड़ी के जावेद, शेरगढ़ के आसिफ खान, नवाबगंज के मोहम्मद रिजवान और एहतेशाम अंसारी शामिल हैं।
हरदोई की छात्रा भी फंसी
इसके अलावा हरदोई जिले के सांडी ब्लॉक के पूर्व ब्लॉक प्रमुख महेंद्र सिंह यादव की बेटी एवं अरवल थाना क्षेत्र के तेरा पुरसौली गांव की प्रधान वैशाली यादव इन दिनों यूक्रेन में फंस गई हैं। रूस-यूक्रेन के बीच जंग छिड़ते ही उसके परिवार के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई हैं। यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों ने भारत सरकार से की जल्द से जल्द रेस्क्यू करने की मांग करते हुए कहा कि यहां के हालात बेहद खराब हैं।
कन्नौज की छात्राओं में दहशत
यूक्रेन में कन्नौज जिले की कई MBBS की छात्राएं यूक्रेन में फंस गई हैं, जिनकी घर वापसी के लिए परिजनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई है। वहीं, छात्राओं ने परिजनों से बात करते हुए बताया कि यूक्रेन के हालात ठीक नहीं हैं। रोजमर्रा के सामानों की किल्लत शुरू हो गई है। हॉस्टल से 200 किमी की दूसरी पर बमबारी हो रही है। छात्र की बात सुनकर परिजन परेशान हो गए हैं और प्रधानमंत्री से छात्राओं को वापस बुलाने की गुहार लगा रहे हैं।
शाहजहांपुर-पीलीभीत के छात्र भी फंसे
सिटी स्टेशन की तसबीहा के अनुसार, बरेली के किला, फाइक इंक्लेव, बहेड़ी, आंवला, नवाबगंज और फरीदपुर के लगभग 20 विद्यार्थी यूक्रेन की इवानो फ्रेंकिस्ट में फंसे हुए हैं। वहीं, शाहजहांपुर के मोहल्ला खलीलगर्वी की इतेसाम खान, रंगीन चौपाल की सदफ, चमकनी कर्बला की अंशिका यादव, मोहम्मद जई की इला खान भी वहां हैं। चारों विनस्तियां की नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हैं। इसके अलावा पीलीभीत के करगैना गांव के साहब सिंह पोल्टावा ने फोन पर परिजनों को बताया कि यहां पीलीभीत के कुछ और लोगों के भी फंसे होने की सूचना है।