
बिहार : दूल्हा ट्रैक्टर पर पहुंचा ससुराल, बाराती ट्रॉली में बैठकर हुए समारोह में शामिल, जानें पूरा मामला !
बिहार में बाढ़ का प्रलय थम नहीं रहा हैं। सड़को और घरो में पानी भर चूका हैं। ऐसे में लोगों के रोज़ के कामों में तो अड़चने आ ही रही हैं, साथ ही शादियों और अन्य अमरोह में भी विघ्न आ रहे हैं। एक ऐसी ही कहानी बिहार के बेतिया शहर से सामने आयी हैं।
दूल्हे की शादी पर जहाँ फूलों से सजी गाड़ी और बैंड बाजे में नाचते बाराती होने चाहिए थे, वहीँ बाढ़ ने उसको ट्रेक्टर में बैठ शादी में जाने पर मजबूर कर दिया। शिवराजपुर पंचायत के छरकी गांव में दूल्हा ट्रैक्टर के आगे वाली सीट पर ड्राइवर के बगल में बैठ कर शादी में गया। वही सारे बाराती ट्रॉली में बैठ मंडप तक पहुंचे।
सोमवार शाम इरशाद आलम नाम के एक शख्स की शादी थी। दोस्त-रिश्तेदारों के साथ बाराती तो तैयार हो गएँ लेकिन बारिश का सिलसिला नहीं थमा. अंत में समस्या यही आयी की इतनी बारिश में बारातियों को शादी के स्थान तक कैसे पोह्चय जाएँ। कुछ देर सोच विचार क बाद यही निर्णय लिया गया कि अब ट्रैक्टर का सहारा लेना पड़ेगा।
एक ट्रैक्टर में दूल्हा इरशाद के साथ बैंड और बाराती गए जिसमे दूल्हा आगे ड्राइवर संग बैठा और अन्य लोग पीछे। जैसे तैसे ट्रैक्टर दुल्हन के घर तक पहुंचा। यह अनोखी बारात देखने के लिए सैकड़ों लोगों की भीड़ सामने आयी ।
एप्रोच रोड पानी में बहा
आपको बता दें कि, बिहार में बाढ़ का सिलसिला काफी लंबे समय से चल रहा हैं। नरकटियागंज की कुंडिलपुर पंचायत का गौरीपुर मंझरिया गांव से भी एक हादसा सामने आया हैं।गांव को जाने वाली मुख्य सड़क बाढ़ के पानी के तेज़ प्रभाव से टूट गयी। टूटने क बाद आधी सड़क बाढ़ में ही बह गयी।
गांव से ना लोग बाहर कहीं जा सकते हैं न ही बहार के लोग गांव में आ सकते हैं। लोगों को गांव पैदल जाने के लिए भी जान जोखिम में डालनी पढ़ रही हैं। आखिरकार शनिवार को ग्रामीणों ने सड़क पर चचरी पुल (बांस का पुल) बनाकर यह दिक्कत दूर की लेकिन बाढ़ के प्रभाव से रविवार रात को वह चचरी पुल भी पानी में बह गया।