
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आगामी 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान मुश्किल से 1 महीने का कम समय रह गया है लेकिन उससे पहले सभी राजनीतिक दलों की ओर से चुनाव अभियान शुरू कर दिया गया है। जहां उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से सत्ता पाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ताबड़तोड़ रैलियां शुरू कर दी हैं वहीं विपक्ष भी चुनावी अभियान को धार देने में लगा है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश में 17 दिसंबर से लेकर 28 दिसंबर तक ताबड़तोड़ रैलियां करेंगे वहीं गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 2022 मिशन को रफ्तार देंगे। तो वहीं दूसरी तरफ अपनी खोई हुई सियासी जमीन को पाने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और चुनाव प्रभारी प्रियंका गांधी जनसभा करेंगे तो सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने विजय रथ यात्रा को लेकर कांग्रेसी और बीजेपी के गढ़ में भ्रमण करेंगे।
आपको बता दें कि वैसे भी उत्तर प्रदेश में चुनावी अभियान तो पहले ही शुरू हो चुका है लेकिन जैसे-जैसे चुनाव आयोग की तरफ से आचार संहिता की तारीख नजदीक आ रही है वैसे-वैसे उत्तर प्रदेश की राजनीति में गहमागहमी बढ़ती नजर आ रही है। इसी क्रम में आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने निषाद पार्टी के संयुक्त एक रैली को संबोधित किया। वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेस वे के शिलान्यास करने के साथ एक जनसभा को संबोधित करेंगे।
वही 21 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयागराज में एक कार्यक्रम करेंगे और वहां भी महिला स्वावलंबन से जुड़े कार्यक्रम में शामिल होंगे और एक बार प्रधानमंत्री फिर अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 23 दिसंबर का दौरा करेंगे। तो 28 दिसंबर को कानपुर में मेट्रो लोकार्पण के साथ-साथ दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे का उद्घाटन भी करेंगे। दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क एंड परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और स्मृति ईरानी चुनावी अभियान को रफ्तार देंगे और वह एक जनसभा को संबोधित करेंगे।