
हिमाचल प्रदेश हार के बाद, व्यवस्थाओं का मंथन करेगी भाजपा
हिमाचल प्रदेश में बीजेपी की हार के बाद दो मंत्रियों को बदलने की बात हो रही है। राज्य मंत्रिमंडल में नए चेहरों को लाने की भी चर्चा है। अपने-अपने क्षेत्रों में बीजेपी की बढ़त हासिल करने में नाकाम रहने वाले मंत्रियों की सीटें खतरे में हैं। इसके अलावा निर्वाचन क्षेत्रों के प्रभारी मंत्रियों के पदों को सुविधाजनक नहीं माना जाता है। संगठन में ऊपर से नीचे तक बदलाव हो सकते हैं। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बीजेपी आलाकमान कुछ अप्रत्याशित फैसले ले सकता है।
हिमाचल प्रदेश में हुए उपचुनाव में बीजेपी को चारों सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है। मंडी में लोकसभा सीटों के अलावा अर्की, फतेहपुर और जुब्बल-कोटखाई विधानसभा सीटों में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है। इस हार की चर्चा पूरे देश में हुई थी। चूंकि हिमाचल प्रदेश भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का गृह राज्य है, इसलिए हार को गंभीरता से लिया जा रहा है। आने वाले समय में सरकार और संगठन के कई चेहरे गिर सकते हैं। इसने ऐसे कई चेहरों को मुश्किल में डाल दिया है।
नड्डा ने मंडी स्थल से जुड़े दो मंत्रियों को भी दिल्ली तलब किया है। तीन और मंत्रिस्तरीय कक्षाएं होंगी। चंडीगढ़ में सोमवार को होने वाली बैठक में भाजपा उम्मीदवारों और मंडल अध्यक्षों की प्रतिक्रियाओं पर चर्चा हो सकती है। इसके बाद भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक होगी। सभी चर्चाओं के बाद रिपोर्ट हाईकमान को देनी होगी।