
Jharkhand: आयुष्मान योजना में सूचीबद्ध 200 अस्पतालों ने बंद किया इलाज
Jharkhand: भारत सरकार द्वारा लागू आयुष्मान भारत के तहत प्रदेश में सूचीबद्ध अस्पतालों में 200 अस्पतालों ने योजना के तहत इलाज करना बंद कर दिया है। कई महीने से इन सभी अस्पतालों ने एक भी मरीज का इलाज आयुष्मान भारत योजना के तहत नहीं किया है।
झारखंड (Jharkhand) शनिवार को आयोजित हुई वेबिनार आयुष्मान भारत-समस्या एवं सही समाधान विषय पर में इस बात का खुलासा हुआ । वहीं, कई अस्पतालों ने तो बीमा कंपनी द्वारा भुगतान जान-बूझकर लंबित रखने तथा बिना किसी कारण के शो-कॉज करने की शिकायत भी की।
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने वेबिनार को संबोधित करते हुए बताया कि अस्पतालों को सूचीबद्ध करना फिर सूची से बाहर करना, अस्पतालों को शो कॉज करना तथा बाद में उसे माफ कर देना ये सब जांच का विषय है।
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि बहुत से ऐसे अस्पताल हैं, जो जरूरत योग्य नहीं है लेकिन फिर भी वो लिस्ट में शामिल हैं। वहीं कुछ अस्पताल ऐसे भी हैं, जो जिनकी अच्छी योग्यता है मगर वो लिस्ट में शामिल नहीं हो पाए हैं।
बन्ना गुप्ता इसे गंभीर मुद्दा बताया कि राज्य में इस योजना के तहत 200 करोड़ रुपये का अभी तक उपयोग नहीं हो पाया है। इससे पहले, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के डिप्टी सीईओ डॉ. विपुल अग्रवाल ने इतने रुपये खर्च नहीं होने की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि राज्य में अस्पतालों की लिस्टिंग करने, मरीजों को इस योजना के तहत इलाज कराने में काफी काम करने की आवश्यकता है। हालांकि उन्होंने कहा कि कई विषयों में झारखंड का प्रदर्शन राष्ट्रीय औसत से काफी बेहतर है।
उन्होंने सरकारी अस्पतालों में 100 प्रतिशत मरीजों की स्क्रीनिंग का सुझाव दिया, ताकि आयुष्मान भारत योजना के लाभुक होने पर इस योजना के तहत उसका इलाज हो सके।
वेबिनार को संबोधित करते हुए झारखंड आरोग्य सोसायटी के कार्यकारी निदेशक भुवनेश प्रताप सिंह ने कहा कि अस्पतालों के 2-2 करोड़ रुपये तक का भुगतान बीमा कंपनी के पास लंबित है।
उन्होंने वेबिनार में ही कई अस्पतालों के पेडिंग पड़ें मामले पर बीमा कंपनी के पदाधिकारियों से बात कर शीघ्र भुगतान करने का आदेश दिया। उन्होंने अस्पतालों को जानबूझकर परेशान करने वाले अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई।
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