
70 साल पुराने मन्दिर को बचाने के लिए एक जुट हुए लोग, सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा ज्ञापन
हिसार । हरियाणा के नागोरी गेट से राजगुरु मार्केट मार्ग पर बने लगभग 70 साल पुराना श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर को बेचने का मामला तूल पकड़ रहा है। मन्दिर को बेचने से रोकने को लेकर हिंदू संगठन से लेकर शहरवासी तक आगे आ रहे है।
सोमवार को हिंदू जागरण मंच के बैनर तले संस्था से जुड़े कई वकील ने मंदिर को बेचने से रोकने को लेकर सिटी मैजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा और मंदिर बचाने की मांग भी उठाई। इसके साथ ही मन्दिर को बचाने की मांग कर रहे लोगों ने भ्रष्टाचार के चलते मंदिर को बेचने का आरोप भी लगाया। इसके साथ ही इस मामले में लिप्त भ्रष्ट लोगो के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह भी हिंदू जागरण मंच की ओर से किया गया। ऐसे में मंदिर का मामला अब शहर में तूल पकड़ता जा रहा है। इसको लेकर शहरवासी भी आगे आ रहे है।
जानिए क्या है पूरा मामला
शहर के नामी दानी सज्जन लाला चिरंजी लाल के पुत्र देवराज तायल और उनकी पत्नी सावित्री देवी ने साल 8 मई 1951 में श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर का निर्माण करवाया था। मंदिर के पास ही श्री लाला देवराज तायल नाम से धर्मशाला बनावाई गई । यह धर्मशाला लाला चिरंजी लाल की पुण्य स्मृति पर साल 1964 को बनवाई गई। 22 अक्टूबर 2021 को ट्रस्टी ईश्वर चंद के व्यक्ति ने सरकारी तंत्र में मिलीभक्त कर यह मंदिर और धर्मशाला की 1046.75 वर्गगज जमीन को 2 करोड़ 28 लाख तीन हजार रुपये (2,28,03,000 रुपये) में बेच दिया। अकेले मंदिर की 339 वर्गगज जमीन 74.58 लाख रुपये बेच दी गई। वहीं इस मंदिर को करीब एक सप्ताह से बंद कर रखा था ऐसे में हिंदू जागरण मंच आगे आया और उसने मंदिर को बचाने के लिए धरना प्रदर्शन किया। मंच के आगे आने के बाद व्यापारियों ने भी धरने को समर्थन किया। वहीं अब मंच के समर्थन में शहरवासी आगे आ रहे है।