
खुशखबरी ! साहिबजादा दिवस मनाने वाला पहला राज्य बना उत्तर प्रदेश
आखिर क्यों मनाया जाता है साहिबजादा दिवस.......
लखनऊ: साहिबजादा दिवस के मौके पर आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पर गुरबाणी गूंजी। इस मौके पर साहिब श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज जी के चार साहिब जादे माता गुजरी जी की शहादत को समर्पित साहिबजादा दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज गुरबाणी कीर्तन में सम्मिलित हुए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पहले अपने सरकारी आवास पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब की अगवानी की इससे पहले भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरु नानक देव के 550 में प्रकाश उत्सव पर सरकारी आवास पर आयोजन किया गया था। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पर आज के कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव सिंह तथा लखनऊ कीमिया संयुक्ता भाटिया भी मौजूद रहीं।
आपको बता दें कि हमेशा धार्मिक सद्भाव की ओर लगाता है कदम बढ़ा रही भारतीय जनता पार्टी ने सबका साथ सबका विकास के संकल्प से आगे बढ़ रही है। इसी के तहत आज मुख्यमंत्री आवास में साहिबजादा दिवस मनाया गया। आपको बता दें कि साहिब ज्यादा दिवस मनाने वाला पहला राज्य उत्तर प्रदेश बन गया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पर गुरबाणी भी गूंजी इस मौके पर उन्होंने गुरबाणी कीर्तन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उनकी सरकार के अन्य मंत्री और गणमान्य जन शामिल हुए।
आखिर क्यों मनाया जाता है साहिबजादा दिवस…….
अकोटा दिन की गुरु गोविंद सिंह के दो साहिबजादा जोरावर सिंह और फतेह सिंह को 26 दिसंबर 1704 में इस्लाम धर्म कबूल ना करने पर सरहिंद के नवाब ने दीवार पर जिंदा चुनवा दिया था। साहिब जाटों की शहादत धर्म को बचाने के लिए की गई। फतेहगढ़ साहिब मैं गुरु गोविंद सिंह के साहिब जाटों को दीवार में सिर्फ इसलिए चुनवा दिया गया था कि उन्होंने इस्लाम धर्म कबूल नहीं किया था। सरहिंद प्रमुख पुण्य भूमि थी जहां कण-कण में आवाज आती थी कि सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं। गुरु गोविंद सिंह जी के चार पुत्रों अजीत सिंह जुझार सिंह जोरावर सिंह और फतेह सिंह की शहादत की याद में यह दिवस मनाया जाता है।