
क्या है उड़ान योजना ? उड़े देश का आम नागरिक
भारत देश में कई ऐसे लोग हैं जो कि अपने जिंदगी में एक बार कम से कम फ्लाइट में सफर जरूर करना चाहते हैं लेकिन फ्लाइट की महंगी टिकट होने की वजह से उनका यह सपना भी अधूरा रह जाता है।यही नहीं बल्कि कई जगहों पर लोग साइड में हवाई अड्डे की उपलब्धता ना होने की वजह से भी इस आनंद से वंचित रह जाते हैं।
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यही वजह है कि भारत की सरकार देश के नागरिकों के लिए एक और नई योजना लेकर आई जिसका नाम उड़ान योजना है। जैसा कि इस योजना के नाम से साफ-साफ मालूम पड़ता है इस योजना से लोगों के सपनों को तो पंख लगेंगे ही साथ ही वह आराम से और किफायती दामों में भी फ्लाइट में सफर कर पाएंगे। आज हम आपको सरकार द्वारा शुरू की गई उड़ान योजना (UDAN Scheme) के बारे में ही पूरी जानकारी देने जा रहे हैं और साथ ही साथ यह भी बताएंगे कि सरकार का इस योजना को लेकर आगे का क्या प्लान है।
क्या है उड़ान योजना?
भारत देश में कई ऐसे लोग हैं जो कि आरामदायक सफर करना चाहते हैं और इसी वजह से वह हवाई जहाज यानी कि एरोप्लेन का सहारा लेते हैं। कई ऐसे लोग हैं जो कि हवाई जहाज में सफर तू करना चाहते हैं लेकिन ज्यादा पैसे ना होने की वजह से और एरोप्लेन का टिकट महंगा होने की वजह से वह हवाई यात्रा नहीं कर पाते हैं।
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हवाई जहाज की यात्रा हर किसी के लिए फायदेमंद होती है खासतौर पर उन लोगों के लिए जो कि दूर का सफर करते हैं और उन्हें लगातार ही सफर करना होता है। ट्रेन से सफर करना हर किसी के लिए मुश्किल हो जाता है क्योंकि इसमें ज्यादा समय लगता है लेकिन हवाई जहाज से सफर करने से लोगों का समय तो कम लगता है इसी के साथ-साथ उन्हें आरामदायक सफर भी मिलता है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2014 में प्रधानमंत्री का पद संभालते ही हवाई चप्पल पहनने वाले साधारण व्यक्ति को भी हवाई जहाज की यात्रा कराने का लक्ष्य रखा था।
हर कोई हवाई जहाज के सफर को महंगा टिकट होने की वजह से नहीं कर सकता है। यही नहीं पूरे देश में अभी भी इतने ज्यादा हवाई अड्डे नहीं है कि हर किसी तक उनकी पहुंच हो सके। यहां तक कि अभी देश के कई ऐसे शहर है जो कि वैसे तो बहुत अच्छी तरीके से विकसित हैं लेकिन अभी भी वहां पर हवाई अड्डों का नामोनिशान नहीं है। यही वजह है कि सरकार ने उड़ान योजना (UDAN Scheme) की शुरुआत की है।
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इस स्कीम की शुरुआत भारत सरकार द्वारा गत वर्ष 2016 में हुई । यह योजना अक्टूबर सन 2016 को केन्द्रीय सिविल एविएशन मंत्री अशोक गजपति राजू द्वारा लोंच की गई थी। यह योजना रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत शुरू की गयी थी। इस स्कीम की सहायता से सरकार मुख्य तौर पर देश के छोटे –छोटे शहरों को भी हवाई जहाज की सुविधा से जोड़ना चाहती है। इस योजना के तहत सरकार फ्लाइट फेयर यानी की टिकट का पैसा भी कम करेगी तथा कई ऐसी जगहों पर हवाई अड्डों का निर्माण कराएगी, जहाँ फिलहाल हवाई अड्डे नहीं बन पाए हैं। ऐसा सरकार इसलिए करना चाहती है क्योंकि वह चाहती है कि हर इंसान को हवाई जहाज की यात्रा प्राप्त हो सके।
भारत सरकार ने यह परेशानी पहचानी कि एयर किराया बड़ी सिटीज से छोटी सिटीज तक का या छोटी सिटीज से दूसरी छोटी सिटीज का बहुत ज्यादा है जिससे बहुत से लोग इसका फायदा नहीं उठा पाते हैं। वे भारत देश में अभी भी ऐसे कई एयरपोर्ट है जहां पर हफ्ते में ही 1 से 2 फ्लाइट्स ही टेक ऑफ करती हैं। देश में एयर ट्रेवल सेक्टर को इम्प्रूव करने के ले लिए उड़ान योजना को शुरू किया गया है।
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इस योजना के तहत ग्राहकों को 500 किमी की दूरी एक घंटे में तय कराई जायेगी, जिसकी टिकट की क़ीमत 2500 रूपए रखे जाने का सोचा है। सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना का नाम उड़ान भी खास तौर पर रखा गया है। इस योजना से आम आदमी के सपनों को भी पंख लगेंगे। योजना के नाम का शब्द ‘उड़ान’ (UDAN Scheme) का फुल फॉर्म –
U– उड़े
D– देश का
A–आम
N–नागरिक
यानी कि “उड़े देश का आम नागरिक” इस योजना का पूरा नाम है।
क्या हैं उड़ान योजना की मुख्य विशेषताएं?
सरकार द्वारा शुरू की गई है योजना बड़े तौर पर शुरू की गई है ताकि ज्यादातर लोग इस योजना का फायदा उठा सकें। इस योजना के कुछ मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं:
- उड़ान योजना (UDAN Scheme) एक इनोवेटिव योजना है जिसमें 10 साल तक की अवधि के लिए ऑपरेशन किया जायेगा।
2.उड़ान योजना, मौजूदा एयर – स्ट्रिप्स और एयरपोर्टस का रिवाइवल यानी की पुनः प्रवर्तन करना चाहती है जिसके माध्यम से सरकार अन – सर्व्ड और इसके तहत कार्य करने वाले एयरपोर्टस में कनेक्टिविटी प्रदान करना चाहती है।
3.यह पहली इस तरह की खास योजना है जो किफायती दामों में, कनेक्टिविटी, वृद्धी और विकास को सुनिश्चित करेगी।
4.इसका लक्ष्य सन 2022 तक 80 लाख से 3 करोड़ तक की टिकेट की मात्रा में वृद्धी करना और लोगों को फायदा पहुंचाना है।
5.इस क्षेत्रीय कनेक्टिविटी के तहत एक बाजार आधारित मैकेनिज्म को विकसित किया जायेगा। इस मैकेनिज्म के तहत विमान सेवाएँ सीट सब्सिडी के लिए होगी।
- एयरलाइन ऑपरेटर्स में 40 सब्सिडी वाली सीटों के लिए बोली लगाई जाएगी और कम से कम 9 सीटें होंगी।यहाँ पर 50% सीटें बाजार आधारित मूल्य की होंगी यानी की सामान्य से कम दामों में होंगी।
- अब क्षेत्रीय मार्गों पर भी सस्ती और आर्थिक रूप से व्यावहारिक विकल्प एवं लाभदायक उड़ाने उपलब्ध होगी यानी की ये उड़ानें भारत के मध्यम वर्गीय लोगों के लिए अफोर्डेबल होगी।
8.इसके तहत एयरलाइन्स में कनेक्टिविटी के लिए एवं बड़ी विमान सेवाओं के साथ कोड शेयरिंग में प्रवेश करने के लिए ज्यादातर कंपनियों को पूरी स्वतंत्रता होगी।
- इन्हें विभिन्न एयरपोर्ट चार्जेज से मुक्त रखा जायेगा।
- क्षेत्रीय उड़ानों के लिए इन मार्गों पर हवाई किराया 1 घंटे के लिए 2500 रूपये रखा जाएगा।
क्या हुआ योजना में हाल में काम?
क्षेत्रीय संपर्क योजना उड़ान (UDAN Scheme) के तहत हाल ही में कुल 22 नई उड़ानें शुरू की गईं। यह सभी उड़ानें मार्च 2021 में शुरू की गई थी। अब तक, भारत देश में 5 हेलीपोर्ट, 2 वाटर एरोड्रोम और 347 मार्गों के साथ 57 अंडर-सर्वड हवाईअड्डों को ऑपरेशनल बनाया जा चुका है। इसी के साथ 28 मार्च 2021 को, उड़ान योजना के तहत गोरखपुर-लखनऊ, कुरनूल-बैंगलोर, कुरनूल-विशाखापट्टनम, कुरनूल-चेन्नई, आगरा-बैंगलोर, आगरा-भोपाल, प्रयागराज-भुवनेश्वर और प्रयागराज-भोपाल जैसे मार्गों पर 18 नई उड़ानों का संचालन सरकार द्वारा शुरू किया गया था। इसमें से 14 उड़ानें देश की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन कंपनी इंडिगो ने देश में शुरू करवाई।