
जीआरएम स्कूल में आयोजित की गई फेयरवेल पार्टी, टीचर्स ने बच्चों को दी शुभकामनाएं
नए सत्र के हेड ब्वॉय मेधांशु एवं हेड गर्ल तृप्ति ने इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों का तिलक लगाकर स्वागत किया।
बरेली: श्री गुलाबराय मोंटेसरी सीनियर सेकेंडरी स्कूल नैनीताल रोड ब्रांच में शनिवार को 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए विदाई समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विद्यालय प्रबंधक राजेश जौली रहे। वरिष्ठ शिक्षक प्रकाश भट्ट एवं सीमा मोइत्रा, नए सत्र के हेड ब्वॉय मेधांशु एवं हेड गर्ल तृप्ति ने इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों का तिलक लगाकर स्वागत किया।
फेयरवेल पार्टी में 11वीं कक्षा की छात्रा तृप्ति ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। इसके बाद 11वीं कक्षा के ही विद्यार्थियों ने गणेश वंदना, समूह नृत्य, एकांकी, गायन एवं वादन के जरिए अपने सीनियर्स का मनोरंजन किया। इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों के लिए कुछ शैक्षिक गेम जोन का आयोजन भी किया गया। 12वीं के सभी विद्यार्थियों को इस अवसर पर बोर्ड परीक्षा के लिए शुभकामना संदेश एवं स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
प्रबंधक ने कहा- अब सही मायने में करना है जिंदगी का सामना
इससे पहले मुख्य अतिथि ने माता सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधक जौली ने कहा कि 12वीं के विद्यार्थियों को अब सही मायने में जिंदगी का सामना करना है और इस कार्य में विद्यालय में सीखी गयी नैतिकता व अनुशासन ही काम आएंगे। उन्होंने कहा कि जिंदगी का निर्माण भी भवन निर्माण की तरह ही है, जिसमें नींव जितनी मजबूत होगी, इमारत उतनी ही शक्तिशाली बनेगी।
विद्यालय के प्रधानाचार्य रणवीर सिंह रावत ने सभी विद्यार्थियों का आह्वान किया कि मानवीय मूल्यों व ईमानदारी को सर्वोपरि रखने से ही जीवन में श्रेष्ठता प्राप्त की जा सकती है और यही उन्हें जीवन में सदैव अपनाए रखना है। उन्होंने कहा कि स्कूल लाइफ खत्म होने के साथ ही रोक-टोक भी खत्म, लेकिन अब सारे निर्णय समझदारी से लेने का समय आ गया है। इस महत्वपूर्ण पल में जूनियर विंग की समन्वयक विनीता सक्सेना एवं सभी स्टॉफ मेंबर्स की गरिमामयी उपस्थिति रही।
कार्यक्रम का संचालन दिविता, सृष्टि, ऐरा, जयंतिका, रुद्राक्ष, मान्या और शिवांशी ने किया। कार्यक्रम के समन्वयक ममतेश माहेश्वरी एवं मुग्धा बिष्ट थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में 11वीं कक्षा के सभी कक्षाध्यापकों एवं विद्यार्थियों का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा।