
कार हादसों के बाद दिल की बीमारियाँ बनी मौत की वजह
50 वर्ष से घटकर 40 वर्ष हो गई बीमारी की उम्र
ICMR के एक अध्ययन के मुताबिक हरियाणा के युवाओं से जुड़ी चौंकाने वाली जानकारी आई सामने। हरियाणा के युवाओं का दिल कमज़ोर हो रहा है। सड़क हादसों के बाद यहां के युवाओं की मौत की दूसरी बड़ी वजह दिल के रोग हैं। 15 से 39 वर्ष के उम्र वर्ग में होने वाली 12.5 फीसदी मौतों में से 15.8 में मौत की वजह हृदय रोग हैं। कार हादसों के बाद दिल की बीमारियाँ बनी मौत की वजह |
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कार हादसों के बाद दिल की बीमारियाँ बनी मौत की वजह
अध्ययन के अनुसार अमूमन 50 वर्ष की उम्र के बाद दिल की बीमारी होने की आशंका बढ़ जाती है। लेकिन बीते एक दशक में यह उम्र घटकर 40 वर्ष हो गई है। कम उम्र में न सिर्फ दिल के रोगी सामने आ रहे हैं, बल्कि मौतें भी हो रही है।
“युवाओं की जीवनशैली नियमित नहीं है। 8 घंटे की नींद नहीं लेते। तनाव बेहद ज्यादा हो गया है, जिससे छुटकारा पाने के लिए सिगरेट, शराब या अन्य नशे करने लगते हैं, नतीजा हृदय पर असर पड़ता है। खानपान भी सही नहीं है, जिससे आर्टरी ब्लॉकेज कम उम्र में ही होने लगते हैं।”
–डॉ. संदीप खासा, कॉडिर्योलॉजिस्ट, उजाला सिग्नेस